लगभग 2000 साल पहले भारत में जैन धर्म की स्थापना हुई. आप किसी भी धर्म को मानते हों, लेकिन कुछ धार्मिक स्थल पर जाकर मन अपने आप ही शांत होता है. कई सदियां बीत गईं और आज भी भारत में ऐसे कई जैन मंदिर हैं जहां जाकर मन की शांति मिलती है. ये मंदिर ने सिर्फ़ आध्यात्म के प्रतीक हैं बल्कि अपनी स्थापत्य कल, आर्किटेक्चर, बनावट और ख़ूबसूरती के लिए भी जाने जाते हैं. हर एक मंदिर पवित्रता और शांति का प्रतीक है.
देशभर में कई मशहूर जैन मंदिर है, जहां आपको एक न एक बार ज़रूर जाना चाहिए. अहिल्यानगरी, इंदौर. वैसे तो इस शहर में हिन्दू धर्म से जुड़े कई मंदिर हैं, लेकिन एक जैन मंदिर भी है जो बहुचर्चित है. हम बात कर रहे हैं इंदौर के ‘कांच मंदिर’ की.
आप समझ ही गये होंगे कि इस मंदिर के नाम में कांच क्यों है. क्योंकि ये मंदिर कांच से ही बना हुआ है. छत से लेकर, खंभे, दरवाज़े, खिड़कियां, झूमर सबकुछ कांच का! मंदिर में कट ग्लास से झूमर और कांच के लैंटर्न लगाए गए हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, 20वीं शताब्दी में एक रूई के व्यापारी ‘सेठ हुकुमचंद’ ने ये शानदार मंदिर बनवाया था. इंदौर, राजवाड़ा के लिए जाना जाता है, लेकिन ‘कांच मंदिर’ भी कुछ कम नहीं है. मंदिर की तस्वीरें देखकर मुग़ल-ए-आज़म फ़िल्म का शीश महल याद आ जाता है, लेकिन ये कोई महल नहीं मंदिर है.
एक लेख के अनुसार, मंदिर को किसी भी एंगल से देखने पर यही लगता है कि इसके अंदर कई कमरे हैं. कहते हैं कि इस मंदिर को बनाने के लिए बेल्जियम से कांच मंगवाया गया था. मंदिर के लकड़ी के दरवाज़े पर चांदी की परत चढ़वाई गई थी. मंदिर की मुख्य मूर्ति श्री शांतिनाथ भगवान की है. काले पत्थर की ये मूर्ति जयपुर में बनवाई गई थी. मूर्ति के दोनों तरफ़ श्री चंद्रप्रभा भगवान और आदिनाथ भगवान हैं.
इस मंदिर को देखने का सबसे अच्छा समय है सूर्यास्त के बाद, जब सूरज की किरणें कांच पर पड़ती हैं तो मंदिर का सौंदर्य सबसे ज़्यादा होता है. इस दृश्य को भूल पाना लगभग नामुमकिन है.
सोचकर देखिए, जिन लोगों ने ये मंदिर बनाया होगा क्या प्रतिभा रही होगी उनकी!