हाल ही में सामने आई एक रिसर्च ने शादीशुदा अमेरिकी लोगों के माथे पर बल ला दिए हैं, लेकिन भारत के शादीशुदा पुरुष इस रिसर्च से जुड़ाव महसूस कर सकते हैं. इस रिसर्च के अनुसार, शादी करने के बाद मर्द अक्सर मोटे हो जाते हैं और बाप बनने के कुछ ही सालों के अंदर तो ये समस्या कई गुणा गंभीर हो सकती है. गौरतलब है कि अमेरिका में अक्सर ये माना जाता रहा है कि शादी के बाद पुरुष अपनी सेहत का खास ख्याल रखने लगते हैं.

bp.blogspot

सोशल साइंस एंड मेडिसिन में प्रकाशित एक रिसर्च ने उस थ्योरी की पुष्टि की है जिसके मुताबिक जो लोग सिंगल है, लेकिन शादी करने की सोच रहे है, वे लोग अपनी फ़िटनेस को लेकर गंभीर होते हैं और अपनी सेहत को बेहतर बनाने के लिए शादीशुदा लोगों से ज़्यादा मेहनत करते हैं.

इंग्लैंड की एक यूनिवर्सिटी में कार्यरत जोएना साइर्दा के मुताबिक, लोगों के लिए ये जानना बेहद फ़ायदेमंद हो सकता है कि कौन से सामाजिक फ़ैक्टर्स उनके वज़न को प्रभावित कर सकते हैं. उनका कहना था कि जो लोग अपनी बॉडी मास इंडेक्स को बढ़ने से रोकना चाहते हैं, ऐसे लोगों को अपनी बदलती प्रेरणाओं, व्यवहार और खाने की आदतों को खास ख्याल रखना चाहिए.

twimg

रिसर्च के मुताबिक, शादीशुदा मर्दों का बीएमआई (BMI) कुंवारे लोगों की तुलना में ज़्यादा हो सकता है. आमतौर पर इस बढ़े हुए बीएमआई से शुरुआती तौर पर 1.4 किलो वज़न भी बढ़ सकता है. हालांकि, रिसर्च में ये भी सामने आया कि पत्नी के प्रेग्नेंट होने पर पुरुषों के बीएमआई पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन बच्चा पैदा होने के शुरुआती सालों में पुरुषों में वज़न बढ़ने की संभावना काफ़ी बढ़ जाती है.

mensxp

ये रिसर्च उस थ्योरी का भी समर्थन करती है जिसके मुताबिक शादी होने के बाद सामाजिक समारोह में सिंगल पुरुषों की तुलना में शादीशुदा कपल की भागीदारी काफ़ी बढ़ती है. इसके अलावा शादी के बाद, पुरुषों में खाने को लेकर लापरवाही खत्म हो जाती है जिससे वो कई बार मनचाहा खाकर अपने वज़न को बढ़ाने के लिए खुद ज़िम्मेवार होता है. तो अगर आपके भी घर में शहनाइयां बजने वाली हैं, या पहले से ही बज चुकी हैं तो आप जानते हैं कि अपनी हेल्थ को लेकर आपको क्या करना है.