हम में से अधिकतर लोग सिर्फ़ अपने बारे में सोचते हैं. पर दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो अपने से ज़्यादा दूसरों के बारे में चिंता करते हैं. यही इंसानियत की सबसे बड़ी मिसाल है. इंसानियत की इसी मिसाल को Doramise Moreau नामक महिला ने कायम रखा है.

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Doramise पेशे से चौकदारी करती हैं और कोरोना महामारी की शुरूआत से हर हफ़्ते 1000 लोगों को खाना खिला रही हैं. वो अमेरिका के मियामी की रहने वाली हैं. Doramise बिना बताये सालभर से पड़ोसियों को खाना खिला रही हैं और किसी को भनक तक नहीं पड़ने दी. रिपोर्ट के अनुसार, वो हर शुक्रवार राइस और चिकन समेत कई पकवान बना कर चर्च में डिलीवरी करती हैं. ताकि ज़रूरतमंद लोग वीकेंड पर आराम से खा सकें.  

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बताया जा रहा है कि 60 साल की Doramise 2017 से Habitat for Humanity के किचन में खाना पकाने का काम करती हैं. इसके अलावा वो टेक्निकल स्कूल में पार्ट टाइम गार्ड का काम भी करती हैं. वो हमेशा से ही लोगों की मदद करने का जज़्बा रखती हैं. उनके इसी जज़्बे ने उन्हें जल्दी उठ कर लोगों के लिये खाना बनाने का हौसला दिया.  

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आपको बता दें कि Doramise सिर्फ़ आज से ही लोगों को खाना खिलाने का काम नहीं कर रही हैं. वो बचपन से ही भूखे लोगों को खाना खिलाती आई हैं. Doramise का कहना है कि कभी-कभी इंसान का चेहरा देख कर पता चल जाता है कि उन्हें क्या चाहिये. इसलिये उनसे पूछने की ज़रूरत नहीं होती है.

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अपनी इसी नेक सोच की वजह से वो हर गुरुवार-शुक्रवार किराने का सामान लेती हैं. इसके बाद उसे पका कर शनिवार को चर्च में देती हैं, ताकि भूखे लोग अपना पेट भर सकें. Doramise अपने बच्चों, भतीजे, और पोते-पोतियों के साथ रहती हैं और पूरी ज़िंदादिली से लोगों को खाना खिलाती हैं. उनका ये नेक कार्य बेहद सराहनीय है और दुनिया को ऐसे ही लोगों की आवश्यकता है.