कहते हैं बिज़नेस की सफ़लता उसकी मार्केटिंग पर निर्भर करती है, इसीलिये बड़े-बड़े उद्योगपति अपने प्रो़डेक्ट्स के प्रचार में पूरी ताकत झोंक देते हैं. आज कल ऐसे ही एक बिज़नेसमैन की मार्केटिंग लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई. यही नहीं, इस शख़्स की मार्केटिंग स्टाइल देश के जाने-माने उद्योगपित और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा को इतना पसंद आई कि वो इसके कायल हो गये.

livemint

इस महीने की शुरूआत में आनंद महिंद्रा ने अपने ट्टिटर अकाउंट पर एक व्यक्ति की तस्वीर साझा कर, लोगों से उसकी जानकारी जुटाने में मदद मांगी. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौन है वो इंसान, जिसकी बिज़नेस स्ट्रेटेजी ने देश के इतने बड़े उद्योगपित को उसका फ़ैन बना दिया. मन में ये सवाल आना वाज़िब है, क्योंकि ये शख़्स छोटे-बड़े हर व्यक्ति के लिये बहुत बड़ी सीख है.

दरअसल, मंहिद्रा ने सोशल मीडिया पर हरियाणा के ‘नरसीराम’ नामक मोची की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘इस शख़्स को भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIM) में मार्केटिंग पढ़ानी चाहिये.’ इसके बाद उन्होंने ये भी बताया कि ये तस्वीर उन्हें वॉट्सएप के ज़रिए मिली है और उन्हें नहीं पता कि ये कौन है और कहां है, लेकिन अगर कोई भी इनका पता लगा सकता है और ये अब भी काम कर रहें हैं, तो मैं इनके स्टार्टअप में छोटा सा इंवेस्ट करना चाहूंगा.’

क्या है ‘नरसीराम’ की ख़ासियत?

अकसर ही आप जूते-चप्पल ठीक कराने के लिए मोची की दुकान पर जाते होंगे, लेकिन आपको वहां कभी कुछ नया या अलग दिखाई दिया, शायद नहीं. वहीं ‘नरसीराम’ के साथ ऐसा नहीं है. सड़क किनारे छोटी सी दुकान लगा, जूते-चप्पल की मरम्मत करने वाले इस शख़्स ने पोस्टर पर लिखा रखा है कि ‘ज़ख़्मी जूतों का हस्पताल’. इसके साथ ही इस पर ओपीडी और लंच का समय भी बताया गया है. यही नहीं, इसमें उन्होंने ये क्लियर किया हुआ है कि ‘जूतों का इलाज जर्मन तकनीक’ से किया जाता है.

बस ‘नरसीराम’ का ये आईडिया महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन को इतना पसंद आया कि उन्होंने मुंबई स्थित अपनी टीम को फ़ौरन उससे मिलने के लिए भेजा. इसके साथ उन्होंने एक Mobile Kiosk बनाने की पेशकश भी की है. ताकि वो उसमें आसानी से बैठ कर जूतों की मरम्मत का काम कर सकें. इसके अलावा उन्होंने ट्विटर पर डिज़ाइन शेयर कर, लोगों से उसे बेहतर बनाने का तरीका भी पूछा है. वहीं इस पर लोगों की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है.

ख़ैर, देश के इतने बड़े बिज़नेसमैन ने एक ज़रूरतमंद की मदद के लिए, जो कदम उठाया वो काफ़ी सराहनीय है. साथ ही ‘नरसीराम’ का बिज़नेस आईडिया भी कुछ कम क़ाबिले-ए-तारीफ़ नहीं है. आप भी कमेंट सेक्शन में जाकर इस पर अपनी राय ज़रूर दीजिएगा.