भारत में कई पुरातात्विक स्थल हैं जो प्राचीन भारतीय सभ्यता की झलक हमारे सामने पेश करती हैं. इनमें ऐतिहासिक महल, क़िले और सिंधू घाटी की सभ्यता आदि शामिल हैं.
1. लोथल- गुजरात
ये सिंधू घाटी सभ्यता के पुराने शहरों में से एक था, जिसे यूनेस्को ने वर्ल्ड हैरिटेज के लिए नॉमिनेट किया है. ये तब के सुनियोजित शहरों में से एक है, जिसे भारतीय पुरातत्व विभाग ने खोजा था.
2. नालंदा विश्वविद्यालय- बिहार
यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक नालंदा विश्वविद्यालय में महावीर और बुद्ध दोनों ने भ्रमण किया था. ये बौद्ध धर्म के धार्मिक स्थलों में से एक है.
3. धोलावीरा- गुजरात
धोलावीरा में सिंधू घाटी की सभ्यता के अंश मिले हैं. ये स्थल अपने अंदर 3 सहस्त्राब्दी ईसा पूर्व 2 सहस्राब्दी ईसा पूर्व के मध्य की सभ्यता के सबूत संजोए है.
4. वैशाली एक प्राचीन शहर- बिहार
ये बौद्ध और जैन दोनों धर्मों से जुड़ा पुरातात्विक शहर है. यहां अशोक स्तंभ और स्तूप भी हैं. ये बिहार का प्रमुख पर्यटन स्थल है.
5. मीनाक्षी मंदिर- तमिलनाडु
मीनाक्षी माता का ये मंदिर हज़ारों साल पुराना है. ये मदुरै में वैगई नदी के किनारे बना है.
6. खजुराहो- मध्य प्रदेश
कामसूत्र की तरह ही खजुराहों के मंदिर में बनी मूर्तियां भी वर्ल्ड फ़ेमस हैं. यहीं पर भगवान शिव का सबसे बड़ा मंदिर कंदरिया महादेव भी है.
7. हम्पी- कर्नाटक
हम्पी विश्व धरोहर स्थल में शामिल है. यहां के मंदिरों में श्रद्धालूओं की भीड़ लगी रहती है. इसकी एक झलक 50 रुपये के नोट पर भी है.
8. पत्तदकल- कर्नाटक
भारतीय पुरातात्विक विभाग द्वारा संचालित पत्तदकल भी विश्व धरोहर स्थल में शामिल है. ये तुंगभ्रद नदी के दक्षिणी किनारे पर बेल्लारी ज़िले में है.
9. सांची स्तूप- मध्य प्रदेश
पत्थर से बनी सबसे पुरानी संरचना है भारत की सांची स्तूप. बौद्ध धर्म का ये प्रमुख धार्मिक स्थल है.
10. गंगवंश- तमिलनाडु
ये तमिलनाडु के प्रमुख राजघरानों में से एक है. यहां पर पत्थरों पर कई बड़ी-बड़ी मूर्तियां उकेरी गई हैं.
11. सूर्य कोणार्क मंदिर- ओडिशा
ये भगवान सूर्य का सबसे बड़ा मंदिर है. चंद्रभागा नदी के किनारे बना ये मंदिर पौराणिक महत्व रखता है. यहां हर साल लाखों सैलानी आते हैं.
12. एलोरा की गुफ़ाएं- महाराष्ट्र
इन गुफ़ाओं में सुंदर और भव्य मूर्तियां बनी हैं. ये किसी कलाप्रेमी के लिए जन्नत से कम नहीं.
13. कुंभलगढ़ क़िला- राजस्थान
इसे 15वीं शताब्दी में महाराजा राणा कुंभा ने बनवाया था. इस क़िले की दीवार एशिया की दूसरी सबसे ऊंची दीवार है.
14. उनाकोटी- त्रिपुरा
यहां पर लाखों मूर्तियां एक साथ देखने को मिलेंगी. कहते हैं कि इनका निर्माण एक ही रात में हो गया था.
15. देव पहाड़- असम
ये काज़ीरंगा नेशनल पार्क से 62 किलोमीटर की दूरी स्थित है. यहां पर भगवान शिव की पत्थर पर उकेरी गई मूर्ती है.