पाकिस्तान को भारत के इतिहास का सबसे बड़ा दंश कहा जाता है. तत्कालिक राजनीतिक उथल-पुथल की वजह से हमने अपना एक महत्वपूर्ण हिस्सा खो दिया. 1947 में हुए भारत-पाक बंटवारे ने न सिर्फ राजनीतिक लकीर खींची, बल्कि कई प्राकृतिक और ऐतिहासिक नज़ारों को भी छीन लिया. वैसे भारत में प्राकृतिक ख़ूबसूरती की कमी नहीं हैं, लेकिन अगर बंटवारा न हुआ होता, तो पाक स्थित प्राकृतिक स्थल भारत की और शोभा बढ़ा रहे होते. जानिए कुछ ऐसे ही ख़ूबसूरत स्थलों के बारे में जो अब पाकिस्तान की सीमा से बंधे हैं.
1. नाल्टर घाटी (Naltar Valley)
नाल्टर घाटी अपने ख़ूबसूरत प्राकृतिक नज़ारों और झीलों के लिए जानी जाती है. यह गिलगित (पाक मौजूद एक शहर) से लगभग 2.5 घंटे की दूरी पर स्थित है. यहां विश्व के स्वादिष्ट आलुओं की खेती की जाती है. यह घाटी चीड़ के पेड़ों से भरी है, जो इस क्षेत्र को ख़ास बनाने का काम करते हैं.
2. गोज़ल घाटी (Gojal Valley)
यह भी एक ख़ूबसूरत घाटी है, जो चीन और अफगानिस्तान की सीमा का स्पर्श करती है. इसे अपर हुन्ज़ा के नाम से भी जाना जाता है. यह साल के अधिकांश समय बर्फ़ से ढकी रहती है. प्राकृतिक नज़ारों के प्रेमी क्वालिटी टाइम यहां बीता सकते हैं.
3. डियोसाई प्लेन (Deosai Plains)
यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अल्पाइन मैदान है. यह मैदान समुद्र तल से लगभग 4,114 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह भी साल के अधिकांश समय बर्फ़ से ढका रहता है. यहां फूलों की कई खूबसूरत प्रजातियां आपको दिख जाएंगी, लेकिन यहां कोई पेड़ आपको नहीं दिखेगा. यहां आप खूबसूरत श्योसर झील भी देख सकते हैं.
4. बम्बुरेट घाटी (Bumburet Valley)
यह पाकिस्तान के चित्राल जिले में मौजूद एक ख़ूबसूरत घाटी है. घाटी के चारों ओर फैले पहाड़ इसे ख़ास बनाने का काम करते हैं. घाटी से गुज़रती नदी आरामदायक अनुभव कराती है. यहां के प्राकृतिक नज़ारे एक नज़र में मन को मोह लेते हैं.
5. व्हाइट पैलेस स्वात (White Palace Swat)
पाकिस्तान के मार्घाज़ार स्थिति व्हाइट पैलेस एक ऐतिहासिक इमारत है. इसे 1940 में स्वात के पहले राजा मियांगुल अब्दुल वादूद ने बनवाया था. सफेद संगमरमर से बनाए जाने के कारण इसका नाम व्हाइट पैलेस रखा गया. इस पैलेस के चारों तरफ फैली हरियाली इसे और भी ख़ास बनाने का काम करती है.
6. रानीकोट किला (Ranikot Fort)
यह एक ऐतिहासिक किला है, जिसे ‘ग्रेट वॉल ऑफ सिंध’ भी कहा जाता है. वहीं, माना जाता है कि यह विश्व का सबसे बड़ा किला भी है. इसे 1993 में पाकिस्तान नेशनल कमीशन द्वारा यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के लिए नामांकित किया गया था. इसके बाद इसे यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की सूची में शामिल किया गया. ऐतिहासिक दृष्टि से यह किला काफी ज्यादा मायने रखता है.
7. बहावलपुर (Bahawalpur)
यह पाकिस्तान का 11वां सबसे बड़ा शहर है और यह पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में स्थिति है. ऐतिहासिक दृष्टि से यह शहर काफी ज्यादा मायने रखता है. 1748 में बसाए गए इस शहर को बहावलपुर रियासत की राजधानी बनाया गया था. यहां तब अब्बासी परिवार का राज चलता था, जो यहां 1955 तक काबीज़ रहे.
8. गोरख पहाड़ी (Gorakh Hill)
प्राकृतिक दृष्टि से यहां की गोरख पहाड़ी भी काफी ज्यादा मायने रखती है. यह हिल स्टेशन है, जो पाकिस्तान के सिंध में स्थित है. यह हिल स्टेशन कराची से लगभग 423 किमी की दूर पर स्थित है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस पहाड़ी का नाम हिंदू संत ‘गोरखनाथ’ के नाम पर रखा गया है.
9. किरथर की पहाड़ियां (Kirthar Mountains)
यह एक पहाड़ी श्रृंखला है, जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान और सिंध तक फैली है. यहां किरथर नेशनल पार्क भी है, जिसे 1947 में स्थापित किया गया था. यह पूरा क्षेत्र न सिर्फ प्राकृतिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी काफी ज्यादा मायने रखता है. ज़रदक यहां की सबसे ऊंची पहाड़ी चोटी है.
10. रामा झील (Rama Lake)
इसकी गिनती पाकिस्तान की चुनिंदा ख़ास झीलों में होती है. यह देश के गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में एस्टोर घाटी में स्थित है. यह झील चारों ओर से पहाड़ियों से घिरी है, जो इसे एक अद्भुत रूप प्रदान करते हैं. प्राकृतिक नज़ारों का लुत्फ़ उठाने के लिए यह एक आदर्श स्थल है.
तो दोस्तों, ये थे पाकिस्तान स्थिति चुनिंदा खास स्थल है. अगर देश का विभाजन न हुआ होता, तो हम आसानी से इन स्थलों का आनंद ले पाते. यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें कमेंट में जरूर बताएं.