आइए हम आपको इनमें से कुछ ऐसी ही 12 क्रेज़ी घटनाओं (Bizarre Natural Phenomena) के बारे में बताते हैं.
Bizarre Natural Phenomena
1. आपने शायद ऐसा कभी पहले भी देखा होगा. जब पक्षियों के झुंड एक साथ बनते हैं, जिनमें कभी-कभी 50,000 से ज़्यादा पक्षी भी होते हैं, तब उसे ‘द ब्लैक सन’ कहा जाता है.
Bizarre Natural Phenomena
2. इस बड़े उग्र छेद को ‘नर्क का दरवाज़ा’ भी कहा जाता है. ये वास्तव में एक गैस से भरा गड्ढा है, जिसमें साल 1971 में वैज्ञानिकों ने तुर्कमेनिस्तान में आग लगा दी थी. उनको ऐसा लगा था कि ये जलना जल्द ही बंद कर देगा, लेकिन ये 45 से भी अधिक सालों से जारी है.
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3. नैट्रॉन झील तंजानिया में स्थित है और इसमें मिनरल युक्त गर्म झरने बहते हैं. यहां रहने वाले 2.5 मिलियन फ्लेमिंगोज़ के लिए पूर्वी अफ्रीका में यह एकमात्र नियमित प्रजनन स्थल है.
4. फ़िलीपींस में एक नदी है, जिसे ‘मंत्रमुग्ध नदी’ कहा जाता है. ये Mindanao के आइलैंड से गुज़रती है. इसका कलर गहरा सैफ़ायर ब्लू कलर का है. इसकी बारे में हैरान करने वाली बात ये है कि वैज्ञानिकों को अभी तक नहीं पता चल पाया है कि ये नदी कहां से आती है.
5. इसे लेंटीकुलर बादल कहते हैं. ये हवा में परिवर्तीय तरंगों का एक दृश्य संकेत हैं. इनकी शेप की वजह से कई लोग इन्हें UFO समझ चुके हैं.
6. इंग्लैंड में अमेज़ॅन नदी और सेवर्न नदी पर ज्वारीय छिद्र होते हैं. आने वाले प्रवाह का आगे का किनारा पानी की एक लहर बनाता है, जो नदी के प्रवाह के खिलाफ़ बहती है. इसमें लोग घंटों तक सर्फ कर सकते हैं.
7. इन्हें जमने वाले फूल कहा जाता है. वे बर्फ के क्रिस्टल हैं, जो आमतौर पर समुद्री बर्फ और पतली झील की बर्फ पर उगते हुए पाए जाते हैं. यहां का टेम्प्रेचर काफ़ी ठंडा क़रीब -7 डिग्री सेल्सियस के क़रीब होता है.
8. इस तरह की बिजली एक साल में 140-160 रातों, एक रात में 10 घंटों तक और एक घंटे में 280 बार चमकती है. ये देखने में बहुत ही ख़ूबसूरत लगती है और इसे कैटाटुम्बो लाइटनिंग कहते हैं.
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9. इस बड़ी घटना को Richat Structure के रूप में जाना जाता है. इसको ‘अफ़्रीका की आंख’ भी कहा जाता है और ये सहारा रेगिस्तान के मध्य में स्थित है. वैज्ञानिकों के पास अभी भी इसकी कोई निश्चित व्याख्या नहीं है कि ऐसा यहां कैसे हुआ.
10. इस तरह के बादलों को ‘खुरदुरी या उत्तेजित लहरें’ कहा जाता है. इसकी फ़ोटो लेने में तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन इनको Cloud Appreciation Society के फाउंडर ने बादलों की अलग़ कैटेगरी में रखा है.
11. ये फ़सलें गोल आकार में जापान के तट से दूर महासागर में पानी के नीचे से उगती हैं. कहा जाता है कि ये सर्कल अपने साथी को आकर्षित करने की वजह से मेल पफ़र फ़िश बनाती है.
12. नीचे की तरफ़ आधे गोलाकार की साइज़ में बनने वाला इंद्रधनुष तब बनता है, जब कुछ बादलों में समतल के आकार के बर्फ़ के क्रिस्टल बन जाते हैं.
आपने कौन-कौन सी घटनाओं का दीदार किया है?