World Blood Donor Day 2022: आपके द्वारा किया गया रक्तदान किसी को नया जीवन दे सकता है. इसे सबसे बड़ा पुण्य और दान माना जाता है. मगर अफ़सोस की बात ये है कि रक्तदान को लेकर लोगों के बीच तरह-तरह की अफ़वाहें (Blood Donation Myths In Hindi) फैली हुई हैं. कोई कहता है कि रक्तदान करने से शरीर में ख़ून की कमी हो जाती है. वहीं, कुछ ये भी कहते हैं भैया महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती हैं.


इनसे अलग और भी कई भ्रांतियां (Myths And Facts About Blood Donation In Hindi) रक्तदान से जुड़ी हुई हैं, जिसके चलते कई लोग चाहकर भी रक्तदान नहीं कर पाते हैं. ऐसे में हम आपको समाज में फैली उन 10 भ्रांतियों (Myths About Blood Donation In India) या मिथकों की सच्चाइयों से अवगत कराने जा रहे हैं. इसलिए, इस लेख को गंभीरता से लें और पूरा ज़रूर पढ़ें.

आइये, World Blood Donor Day 2022 पर विस्तार से जानते हैं Blood Donation Myths In Hindi  

1. मिथक: शाकाहारी लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं.   

2. मिथक: रक्तदान करने से शरीर में ख़ून कम हो जाता है.  

3. मिथक: टैटू बनवाने और अंग छिदवाने वाले लोग रक्तदान नहीं कर सकते.  

4. मिथक: रक्तदान करने से संक्रमण हो जाएगा.  

5. मिथक: दवा लेने वाला व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता है.   

6. मिथक: उच्च रक्तचाप के मरीज़ रक्तदान नहीं कर सकते हैं.  

7. महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती हैं.   

8. मिथक: प्रेग्नेंट महिला रक्तदान नहीं कर सकती.  

9. मिथक: अगर आप डायबिटीज़ के रोगी हैं, तो रक्तदान नहीं कर सकते हैं.  

10.  मिथक: रक्तदान में बहुत समय लगता है.   

World Blood Donor Day 2022 पर Blood Donation Myths In Hindi से जुड़ी जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट में बतान न भूलें.