फ़ोटोग्राफ़ी प्रतियोगिता का जब भी नाम आता है तो दिमाग में खूबसूरत पहाड़, शानदार लोकेशंस की तस्वीरें घूमने लगती हैं लेकिन एक अंतर्राष्ट्रीय फ़ोटोग्राफ़ी प्रतियोगिता में सिर्फ़ जानवरों की कुछ मज़ेदार और अद्भुत तस्वीरों ने समा बांध दिया.

ब्रिटिश फ़ोटोग्राफ़र मिशेल हॉवेल ने इस प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने सोसाइटी ऑफ़ इंटरनेशनल नेचर एंड वाइल्डलाइफ़ फ़ोटोग्राफ़र्स क्रीचर्स कॉम्पीटिशन में 530 लोगों को पछाड़ कर पहला स्थान हासिल किया. मिशेल ने मेंढक की एक अद्भुत तस्वीर खींची थी.

यार्कशॉयर की पूर्व पुलिस ऑफ़िसर मिशेल ने बताया कि ‘पश्चिमी यॉर्कशायर पुलिस से रिटायर होने के बाद मैं अपने फोटोग्राफ़ी के पैशन को फिर से अपनाना चाहती थी’. उन्होंने कहा कि ‘नौकायन के बिज़नेस ने मुझे दुनिया भर में उड़ने की आज़ादी दी है और मैंने इस सुविधा का फ़ायदा दुनिया भर की तस्वीरें खींच कर उठाया है. मेरी दिलचस्पी खासतौर पर नेचर और मैक्रो फ़ोटोग्राफ़ी में है’. अर्जेंटीना के इस मेंढक को चौड़े मुंह का मेंढक भी कहा जाता है.

वहीं दूसरा स्थान कनाडा के शेरी इमर्सन को मिला. उन्होंने धूल के गुबार में घिरे एक गैंडे की शानदार तस्वीर उतारी.

तीसरा और आखिरी पुरस्कार 43 साल के स्टुअर्ट वॉकर को मिला. उन्होंने रंग-बिरंगे और सुगंधित लैवेंडर पौधे पर भिनभिना रही एक मधुमक्खी की तस्वीर उतारी. स्टुअर्ट ने कहा कि ‘मुझे इस तस्वीर को उतारने में काफ़ी मशक्कतों से गुज़रना पड़ा. करीब आधे घंटे बाद मुझे अपना पसंदीदा शॉट मिल पाया था’.

इसके अलावा, पुर्तगाल के रहने वाले मैथ्यू बोयार्ड, एक छिपकली के नाक पर बैठी मक्खी की चुनौतीपूर्ण तस्वीर खींचने में कामयाब रहे. 30 साल के मैथ्यू ने बताया कि ‘मैंने ये तस्वीर थाइलैंड के दक्षिणी हिस्से में ली थी. मैं उस समय जंगल में था, तभी मेरी नज़र एक खूबसूरत छिपकली पर पड़ी जिसे Changeable Lizard भी कहा जाता है. मैं हैरान था कि इस छिपकली की नाक पर एक मक्खी बैठी थी और दोनों ही कुछ देर से एक ही पोज़िशन में थे, मानो वक्त सा थम गया हो. बिना कोई मिनट गंवाते हुए मैं इस तस्वीर को लेने में कामयाब रहा’.

एक और ब्रिटिश व्यक्ति क्रिस एल्गर की तस्वीर को भी इस प्रतियोगिता में वाहवाही मिली. उनकी इस तस्वीर में एक मादा डॉल्फ़िन अपने बच्चे को जन्म दे रही थी. लंदन में रहने वाले क्रिस ने कहा ‘चूंकि मैं फ़ोटो माइक्रोस्कोपी को लेकर नया था, इसलिए मैंने कई शॉट्स लिए. मैं देखना चाहता था कि मैं किस स्तर तक की फ़ोटोग्राफ़ी कर सकता हूं’.

पूर्व बैले डांसर रह चुकीं हैंपशायर की हिलेरी डीन-ह्यूज़ ने यैलोस्टोन नेशनल पार्क में शिकार के समय व्यस्त लोमड़ी की तस्वीर खींची.

हिलेरी ने बताया कि ‘-24 डिग्री की वजह से ये पार्क एकदम शांत और सर्द हालातों में था. जब वो यहां ये अपनी गाड़ी में गुज़र रही थीं, तो उन्होंने देखा कि एक लोमड़ी खाने की तलाश में बर्फ़ को खंगाल रही है. सौभाग्य से जब ये लोमड़ी हवा में उछल कर अपने शिकार को पकड़ने की कोशिश कर रही थी, तभी हिलेरी इस लोमड़ी की तस्वीर खींचने में कामयाब रहीं’.

न्यू जर्सी की रहने वाली नैन्सी सैडोवॉस्की ने फ्लोरिडा जाकर इस डॉल्फ़िन के जोड़े की खूबसूरत तस्वीर खींची. 50 साल की नैन्सी ने कहा कि ‘ये तस्वीर फ़्लोरिडा के की-लार्गो में ली गई थी और ये डॉल्फ़िन नैन्सी के पति के साथ बेहद सहज थी और पूरे समय ये उनके हस्बैंड के आसपास ही तैरती रही. इस मादा डॉल्फ़िन का नाम डिंग था’

वहीं डॉरसेट में रहने वाली जूडिथ मैथ्यू ने मकई के दानों पर घूमते चूहे की शानदार तस्वीर खींची. उन्होंने कहा कि ‘इस प्रतियोगिता में भाग लेने के दौरान ही मैंने सोच लिया था कि मुझे चूहे की तस्वीर लेनी है. मैं इस छोटे से जानवर को लाइमलाइट में लाना चाहती थी’.

इस सोसाइटी के सीईओ फ़िल जोंस का कहना था कि ‘इस प्रतियोगिता के लिए हमने लोगों से बड़े-छोटे हर प्रकार के जानवरों, मछलियों और कीट-पतंगों की तस्वीरें उतारने के लिए कहा था और हमें खुशी है कि इस मंच पर लोगों ने हमें दुनिया की बेहतरीन क्वालिटी की तस्वीरें दीं. मिशेल की मेंढक वाली तस्वीर इस प्रतियोगिता की थीम के साथ न्याय करती है’.

Source: metro.uk