साड़ी भारतीय महिलाओं का एक प्रमुख पहनावा है, जिसे दुनियाभर में पसंद किया जाता है. वहीं भारतीय ज़्यादातर पुरुषों का भी यही मानना है कि महिलाएं चाहे जो भी कपड़े पहन लें, लेकिन वो साड़ी में सबसे ज़्यादा ख़ूबसूरत लगती हैं. साड़ी महिलाओं के लिए परंपरागत रूप से शालीन ड्रेस समझी जाती है. ये शालीनता ही महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लगा देती है.

अगर आपको भी साड़ी पहनना पसंद है, तो अपनी Wardrobe में इन 20 ख़ूबसूरत साड़ियों को जगह ज़रूर दीजिए.

1. इकत साड़ी

इकत साड़ी को पटोला साड़ी भी कहते हैं. इस साड़ी में काफ़ी महीन काम होता है. पटोला साड़ी के निर्माण का कार्य लगभग सात सौ वर्ष पुराना है. हथकरघे से बनी इस साड़ी को बनाने में क़रीब एक वर्ष का समय लग जाता है. सिल्क की इन साड़ियों पर वेजीटेबल और रासायनिक रंगों से रंगाई का काम किया जाता है.

2. मैसूर साड़ी

ये साड़ी भी ट्रैडिशनल टच की वजह से काफ़ी जानी जाती है. ये साउथ की कई मशहूर साड़ियों में गिनी जाती है. ये सिल्क मल्बरी सिल्क से बनता है, जो कर्नाटक में आराम से मिल जाता है.

3. मूल कॉटन साड़ी

ये साड़ियां बेहद हल्की होती हैं, इसीलिए इन्हें पहनने में ज़्यादा दिक्कत नहीं होती. साथ ही ये अलग-अलग प्रिंट और रंगों में आती है. मूल कॉटन साड़ी की ख़ासियत ये है कि मौसूम कोई भी हो, पर इनका ट्रेंड कभी पुराना नहीं होता.

4. कलमकारी साड़ी

कलमकारी साड़ियों में प्राचीन कला की भींनी-भींनी ख़ूशबू महसूस की जा सकती है. इन साड़ियों की कारीगिरी इतनी बेहतरीन होती है कि इन्हें आप किसी भी त्योहार या फिर पार्टी में पहन सकते हैं.

5. जामदानी साड़ी

जामदानी साड़ी हाथ से बुने कपड़ों का एक बेहतरीन उदाहरण है. पारंपरिक रूप से ये साड़ियां बांग्लादेश के ढाका और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बुनी जाती हैं. इन साड़ियों को बनाने में करीब एक वर्ष का समय लग जाता है.

6. भागलपुरी सिल्क

इन साड़ियों को सभी सड़ियों की रानी के रूप में जाना जाता है. साड़ियों की सादगी में ही इनकी ख़ूबसूरती है.

7. टस्सर सिल्क