बारिश का सुहाना मौसम हो और कहीं घूमने जाने की बात हो तो वॉटरफॉल का नाम आना तो लाज़िमी है. और जब वॉटरफॉल्स या झरनों की बात आती है तो हमारा दिमाग सीधा विदेशों का रुख करता है, जबकि हमारे देश में ही बेहद सुंदर और विशाल झरने मौजूद हैं. इसीलिए आज हम आपको ले चलते हैं कर्नाटक राज्य, जहां आपको अनेक झरने देखने को मिल जाएंगे. लेकिन इन झरनों को मॉनसून में देखने की बात ही कुछ अलग होती है. आइये जानते हैं कि इस मानसून में आप कर्नाटक के किन झरनों के करीब जाकर खुद को रिफ्रेश कर सकते हैं.

1. जोग वॉटरफॉल

जोग प्रताप महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर शरावती नदी पर स्थित है. यह चार छोटे-छोटे प्रपातों, राजा, राकेट, रोरर और दाम ब्लाचें से मिलकर बना है. इसका जल 250 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरने के कारण बेहद रोमांचक दृश्य बनाता है. इसको ‘जेरसप्पा’ नाम से भी जाना जाता है. इस वॉटरफॉल की ऊंचाई 830 फीट है, जो भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वॉटरफॉल है. इसको यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में भी शामिल किया गया है. इसे दुनिया के सबसे अच्छे पर्यावरणीय स्थलों में से एक माना गया है.

2. शिवासमुद्रम वॉटरफॉल

शिवासमुद्रम वॉटरफॉल कावेरी नदी पर स्थित है. यह मैसूर से 100 किमी दूर है. यह लगभग 98 मीटर की ऊंचाई से जल गिराता है. इसका उपयोग जल विद्युत उत्पादन के लिए होता है. इस पर स्थापित जल विद्युत गृह एशिया का पहले जल विद्युत गृह है, जिसकी स्थापना 1902 में हुई थी.

3. कुंचिकल वॉटरफॉल

कुंचिकल वॉटरफाल भारत का सबसे ऊंचा झरना (Waterfalls) है. इसकी ऊंचाई 455 मीटर है. कुंचिकल झरना कर्नाटक राज्य के उडुपी-शिमोगा जिले की सीमा पर वराही नदी पर स्थित है. बंगलुरू से यहां तक पहुंचने में लगभग 8 घंटे का सफर तय करना पड़ता है.

4. Hebbe Falls

कर्नाटक राज्य के चिकमंगलूर जिले में स्थित Hebbe Falls कम्मंगुण्डी (Kemmangundi) से मात्र 8 किमी की दूरी पर स्थित है. यह ट्रैकिंग के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है. इसके लिए ट्रैकिंग का रास्ता एकदम सीधा और संकरा है. इस वॉटरफॉल की ऊंचाई 250 फीट है. बारिश के मौसम में यहां एक कप कॉफी पीना बहुत ही रोमांचक हो सकता है.

5. Iruppu Falls

यह वॉटरफॉल कर्नाटक राज्य के कोडगु डिट्रिक्ट के दक्षिणी भाग में स्थित है. यह वाइल्ड लाइफ सेंचुरी नागरहोल राजीव गांधी नेशनल पार्क के बहुत पास स्थित है. बारिश के मौसम में इस वॉटरफॉल को देखना रोमांचक और कभी न भूलने वाला अनुभव हो सकता है.

6. गोकक वॉटरफॉल

कर्नाटक के बेलगाम ज़िले में गोकक नदी पर स्थित गोकक वॉटरफॉल दक्षिण भारत का एक बहुत बड़ा वॉटरफॉल है. इस जल प्रपात की ऊंचाई 54 मीटर है. यह पश्चिमी घाट की पर्वतमाला में आता है.

7. Magod Falls

Magod Falls कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ डिस्ट्रिक्ट में स्थित है. यह वॉटरफॉल 650 फुट ऊंचा है. Bedthi नदी से दो स्थानों पर एक साथ गिरता है. इसका नज़ारा देखने योग्य होता है.

8. अब्बे वॉटरफॉल

अब्बे वॉटरफॉल्स, कर्नाटक के कोडगु जिला के मुख्यालय मदिकेरी के निकट स्थित है. यह खूबसूरत जलप्रपात मदिकेरी से लगभग 5 किमी. की दूरी पर है. यह वॉटरफॉल परिवर्ती कॉफी बागान के अंदर स्थित है. इसकी प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए बड़ी तादाद में दूर-दूर से पर्यटक इस स्थान पर आते हैं. मॉनसून के दिनों में यहां की सुंदरता देखते ही बनती है.

9. उंचल्ली वॉटरफॉल (Unchalli Falls)

वॉटरफॉल की इस श्रृंखला में एक नाम है उंचल्ली वॉटरफॉल का, जो उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित है. यह एक ट्रैकिंग प्लेस है, जो Heggarne से करीब 5 किमी की दूरी पर स्थित है. इसे Lushington Falls के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि एक ब्रिटिश ऑफिसर ने सबसे पहले इसकी खूबसूरती की डिस्क्राइब किया था.

10. Apsarakonda Falls

Apsarakonda Falls को सबसे पुराना वॉटरफॉल मना जाता है. Apsarakonda का अर्थ होता है ‘परियों का तालाब’. वास्तव में यह एक मौसमी वॉटरफॉल है, जो करीब 50 मीटर की ऊंचाई से तालाब में गिरता है. यह कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के होन्नावर तालुक में एकांत का एहसास कराता है.

11. बरकाना वॉटरफॉल

भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित बरकाना वॉटरफॉल बेहद खूबसूरत वॉटरफॉल है. इस जल प्रपात की ऊंचाई 850 फुट है. इसके आस-पास का क्षेत्र बहुत ही खूबसूरत है और मानसून के समय तो इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है. दूर-दूर से मानसून के समय पर्यटक इस वॉटरफॉल को देखने के लिए आते हैं. यह राज्य में हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पॉवर का बहुत बड़ा स्रोत है. यह राज्य के उंचल्ली और कुंचिकल वॉटरफॉल के पास स्थित है और देश के दस सबसे ऊंचे झरनों में से एक है.

इन वॉटरफॉल्स को देखना चाहते हैं तो जल्दी से कर्नाटक टिकेट्स बुक कराइए. मानसून शुरू हो चुका है और इनका खूबसूरत नज़ारा इसी मौसम में देखने को मिलेगा.