कबाब से लेकर कोरमे से शाही टुकड़े तक, अवध के खाने की बात ही कुछ और है. चाहे आप शाकाहरी हों या मांसाहारी अवध के खानसामों ने सभी के लिए कुछ न कुछ बनाया है.
अवधी खाने से जुड़े कई क़िस्से और कहानियां हैं. यूं कहना ग़लत नहीं होगा कि यहां के हर लज़ीज़ व्यंजन के साथ कोई न कोई क़िस्सा जुड़ा हुआ है. ख़ास बात ये है कि ये क़िस्से शायद ही देश के किसी और भाग में मिलें.
कहते हैं कि अवधी खानसामे अपनी रेसिपीज़ किसी को बताते नहीं थे और अगर बताते भी थे तो सारी सामग्रियों की जानकारी बिल्कुल नहीं देते थे. उनके ख़ास रेसिपीज़ कोई चुरा न ले इसलिए वे ऐसा करते थे.
अवध के ही खानसामों की देन है, बेनामी खीर. चौंकने की बात नहीं है, खानसामों ने खीर तो बनाई पर उसका कोई नाम नहीं दिया और यह खीर ‘बेनामी’ हो गई. इस खीर में पड़ने वाली सीक्रेट सामग्री है ‘लहसुन’. अब चौंक जाइए.
नहीं-नहीं जी कोई मज़ाक नहीं है खीर से जुड़े हर पूर्व जानकारी को सरासर नकार देती है ये लहसुनी खीर और स्वाद के साथ भी कोई समझौता नहीं.
खीर को आमतौर पर चावल, सेवई या सूजी से बनाया जाता है. बावर्चियों ने खीर के साथ कई एक्सपेरिमेंट भी किए लेकिन अवधी खानसामों की तरह शायद ही किसी ने इसमें लहसुन मिलाने की सोची हो.
NDTV से बात-चीत करते हुए The Leela Palace Gurugram और Leela Palace Delhi के हेड शेफ़, आशीष भसीन ने बताया,
बेनामी खीर को लहसुन की खीर भी कहते हैं और इसे अवध के राजदरबार में पहली बार बनाया गया. इस खीर को बेनामी खीर इसलिए कहा गया क्योंकि शुरुआत में इसकी सामग्रियों को गुप्त रखा गया था. इस खीर को बनाने में असल इम्तेहान है लहसुन की महक को हटाना. इसके लिए लहसुन को फिटकरी के पानी में डालते हैं.
आप इस बेनामी खीर की रेसिपी यहां देख सकते हैं.
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