पहले कौन आया अंडा या फिर मुर्गी, इस सवाल से अधिक अंडा वेजीटेरियन है कि नहीं, इस पर सबसे ज़्यादा बहस होती है. आप भी कभी न कभी इस बहस का हिस्सा ज़रूर बने होगें. चलिए आज इस सवाल का जवाब जान ही लेते हैं. साथ ही आज आपको बताएंगे अंडे से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फ़ैक्ट्स.
सबसे पहले बात करते हैं कि जो अंडे खाते हैं और मीट नहीं उन्हें क्या कहते हैं. इस कैटेगरी के लोगों को Ovo-vegetarian कहा जाता है. ये लोग खाने में अंडे को शामिल करते हैं लेकिन मीट जैसे मटन, चिकन आदि से दूर रहते हैं.
अब बात करते हैं शाकाहारी लोगों की. शाकाहारी मतलब ऐसे लोग जो किसी भी प्रकार का मीट नहीं खाते. चूकिं अंडे में मीट नहीं होता इसलिए इन्हें भी टेक्निकली शाकाहारी वाली कैटेगरी में रखा जा सकता है. मगर ऐसे लोगों को वेगन की कैटेगरी में नहीं रखा जाता. इसके साथ एक फ़ैक्ट ये भी है कि अधिकतर भारतीय अंडे को मांसाहारी आहार मानते हैं इसलिए वेजिटेरियन्स इससे दूर ही रहते हैं.
अंडे दो प्रकार के होते हैं- Fertilized और Unfertilized. Fertilized अंडे वो अंडे होते हैं जो मुर्गा और मुर्गी के संभोग के बाद बनते हैं और उन्हें मुर्गी सेती है. इनसे चूजे निकलते हैं. Unfertilized अंडे वो होते हैं जो मुर्गियां प्रोड्यूस करती हैं, लेकिन बिना मुर्गे के सहयोग(Mating) के. इन्हें बड़ी तादाद में दवाइयों कि मदद से उत्पादित किया जाता है. इस प्रकार के अंडों के उत्पादन में मुर्गे की ज़रूरत नहीं होती, इसलिए मुर्गी फ़ार्म के मालिक मुर्गों को मुर्गियों से दूर ही रखते हैं.
कई बार लोगों को अंडे के अंदर ख़ून के धब्बे मिलते हैं. कुछ लोग इसे चूजे का भ्रूण या फिर मीट समझ लेते हैं. वास्तव में ये मुर्गी का रक्त ही होता है, जो कई बार अंडे की जर्दी के निर्माण के समय मुर्गी की रक्त वाहिका के फटने से उसमें चला जाता है. इसलिए अगली बार अंडा फोड़ते समय आपको रक्त के धब्बे दिखाई दें, तो ये सोच कर दुखी मत होना कि आपने किसी जीव की हत्या कर दी.
चलते चलते आपसे एक फ़ैक्ट और शेयर करना चाहेंगे. जानवरों से मिलने वाले सभी प्रोडक्ट मासाहार नहीं होते. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है दूध, जो उन्हीं से मिलता है.