First Tabletop Airport Of Uttar Pradesh: यूपी को बहुत जल्द उसका पहला टेबलटॉप एयरपोर्ट मिलने वाला है. ये एयरपोर्ट राज्य के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चित्रकूट की विंध्य पहाड़ी श्रृंखला में बनाया जा रहा है. एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी रोड का काम जोरो-शोरों से चल रहा है. आने वाले कुछ महीनों में इसे चालू कर दिया जाएगा.
क्या होते हैं टेबलटॉप एयरपोर्ट और चित्रकूट (Chitrakoot) का ये हवाई अड्डा क्यों है बहुत ही ख़ास चलिए आपको विस्तार से बताते हैं.
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टेबलटॉप एयरपोर्ट किसे कहते हैं (What is Tabletop Airport)?
जैसा की नाम से ही पता चल रहा है ये एयरपोर्ट किसी टेबल की तरह होते हैं. इनमें बीच में रनवे और एक या दोनों तरफ गहरी खाई होती है. ये किसी पठार या फिर पहाड़ी क्षेत्र में बने होते हैं. ऊपर से देखने में ये टेबल के टॉप जैसे दिखते हैं इसलिए इन्हें टेबलटॉप एयरपोर्ट कहा जाता है.
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देश में यहां पर हैं टेबलटॉप एयरपोर्ट्स
आम एयरपोर्ट की तुलना में इनका रनवे थोड़ा छोटा होता है. इन पर लैंडिंग करने के लिए पायलट को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है. देश में फ़िलहाल 6 टेबलटॉप एयरपोर्ट मौजूद हैं. ये हैं लेंगपुई (मिजोरम), शिमला और कुल्लू (हिमाचल प्रदेश), पाक्योंग (सिक्किम), मंगलुरु (कर्नाटक), कोझिकोड और कन्नूर (केरल).
टेबलटॉप एयरपोर्ट पर लैंडिंग में आती हैं काफ़ी परेशानियां
टेबलटॉप एयरपोर्ट पर विमानों को उतारना काफ़ी मुश्किल होता है. रनवे का छोटा होना इनमें से सबसे प्रमुख है. इसके अलावा मौसम ख़राब (आंधी-बारिश) होने पर भी यहां लैंडिंग करने में दिक्कतें आती हैं. बारिश के दौरान रनवे गीला हो जाता है तब यहां पर लैंडिंग के दौरान विमान के फिसलने का डर रहता है.
यूपी का पहला टेबलटॉप एयरपोर्ट (First Tabletop Airport Of Uttar Pradesh)
चित्रकूट में बनाया जा रहा एयरपोर्ट यूपी का पहला टेबलटॉप एयरपोर्ट होगा. इसका काम लगभग पूरा हो चुका है. बहुत जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा. इस एयरपोर्ट को बनाने में लगभग 146 करोड़ रुपये ख़र्च होंगे. ये बुंदेलखंड का पहला वर्किंग एयरपोर्ट होगा और इसका प्रबंधन भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (Airport Authority of India) द्वारा किया जाएगा.
20 सीट वाले एरोप्लेन भरेंगे उड़ान
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से मंजूरी मिलने के बाद यहां से 20 सीट वाले एरोप्लेन उड़ान भर पाएंगे. केंद्र सरकार की उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत इस एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है. इसका मकसद देश के कस्बों और शहरों में एयर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है.
बढ़ेगा पर्यटन
चित्रकूट हवाई अड्डा बन जाने पर आस-पास के क्षेत्रों के लोग भी हवाई यात्रा का लुत्फ़ उठा पाएंगे. इसके साथ ही यहां टूरिज्म भी बढ़ने की संभावना है. चित्रकूट एक महत्वपूर्ण भारतीय तीर्थ स्थल है. ऐसी मान्यता है कि भगवान राम यहां अपने 14 के वनवास के दौरान लगभग साढ़े 11 पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ रहे थे. यहां कई पर्यटन स्थल हैं जैसे गुप्त गोदावरी, कामदगिरी पर्वत, भरतकूप, सती अनुसुइया आश्रम, चित्रकूट झरना, हनुमान धारा आदि.