हर रोज़ हम आगरावासियों के लिये कुछ कहानियां और दिलचस्प क़िस्से लेकर हाज़िर होते हैं. ख़ैर, रोज़ की तरह आज हम कोई दिलचस्प कहानी या ऐतिहासिक क़िस्सा नहीं लाये हैं. चूंकि, अब शिवरात्रि का जश्न शुरू हो चुका है. इसलिये हमने शहर के शिव मंदिरों की यात्रा कर डाली और सोचा क्यों न शिवरात्री के शुभ मौक़े पर शिवभक्तों को शिव मंदिर के दर्शन करा दिये जायें.  

चलो भक्तों फिर शिव मंदिर के दर्शन कर लिये जायें. 

1. बल्केश्वर मंदिर  

ये शिव मंदिर आगरा के प्राचीन मंदिरों में से एक है. कहते हैं कि इस मंदिर का सही नाम बिल्वकेश्वर नाथ महादेव है, जो कि लगभग 700 साल पुराना है. मंदिर से जुड़ी कहानी कहती है कि यहां कभी बेल के वृक्ष हुआ करते थे. बल्केश्वर नाथ की उत्पत्ति भी बेल वृक्ष से हुई है. मंदिर की काफ़ी मान्यता है और जो भी यहां सच्चे मन से आता है. उसकी मुराद पूरी होती है.  

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2. पृथ्वी नाथ मंदिर 

फ़तेहपुर सीकरी रोड स्थित पृथ्वी नाथ मंदिर भी शहर के प्राचीन मंदिरों में से एक है. कहा जाता है कि मंदिर का जन्म पृथ्वी के गर्भ से हुआ है. यही नहीं, यहां के पुजारी का कहना है कि यहां भगवान शिव श्रीकृष्ण की लीला देखने भी आते थे. यहां रखी शिव प्रतिमा भी द्वापर युग की बताई जाती है. 

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3. राजेश्वर महादेव मंदिर 

आपको जानकर हैरानी होगी कि ये मंदिर लगभग 850 से 900 साल पुराना है. इस ऐतिहासिक मंदिर को लेकर लोग कई सारी बातें कहते हैं. कहते हैं एक दफ़ा एक सेठ नर्मदा नदी के पास शिव लिंग स्थापित करने जा रहे थे. इस दौरान वो बीच में थोड़ी देर आराम करने के लिये ठहर गए. इस दौरान भगवान शिव सेठ के सपने में आये और उससे शिवलिंग वहीं रखने के लिये कहा. हांलाकि, सेठ ने नहीं सुना वो शिवलिंग ले जाने की कोशिश करने लगा, लेकिन तमाम कोशिश के बाद भी शिवलिंग नहीं हटा और फिर उसे वहीं स्थापित कर दिया गया.

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4. श्री मनकामेश्वर मंदिर 

शहर के इस मंदिर की भी काफ़ी मान्यता है. कहते हैं कि बालकृष्ण की मनोकामना पूरी करने के लिये भगवान शिव यहां आये थे और तभी से मंदिर मनकामेश्वर के रूप में जानने जाने लगा.  

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5. रावली महादेव मंदिर 

रावली महादेव मंदिर भी आगरा के प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिरों में गिना जाता है. कहते हैं अंग्रेज़ों ने मंदिर हटाकर यहां रेलवे लाइन बिछाने की कोशिश की थी. पर भगवान शिव की माया के चलते मंदिर हटाया न जा सका.  

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शहरवासियों शिवरात्री के पावन त्योहार पर मंदिर जाइये और भगवान से दिल की बात कह दीजिये.