Coca-Cola एक फ़ेमस सॉफ़्ट ड्रिंक है, जिसकी खोज 19वीं सदी में दवा के रूप में की गई थी. लेकिन बाद में ये लोगों के बीच इतनी फ़ेमस हुई की लोग इसे जब जी चाहे पीने लगे. इसके अलग-अलग फ़्लेवर्स दुनियाभर में मौजूद हैं. लेकिन साल में एक बार पीले ढक्कन वाली Coca-Cola मार्केट में मिलती है. ऐसा क्यों होता है और ये कब होता है? चलिए जानते हैं.
Yellow Cap वाली Coca-Cola
Coca-Cola कंपनी साल में एक बार Yellow Cap वाली बोतल मार्केट में उतारती है. इसकी एक ख़ास वजह है जो यहूदियों(Jewish) से जुड़ी है. दरअसल, बसंत के महीने में यहूदियों का धार्मिक त्यौहार Passover आता है. इस त्यौहार में यहूदी स्पेशल डाइट पर रहते हैं. इस दौरान उन्हें गेहूं, जई, राई, जौ, मक्का, चावल और बीन्स खाना मना होता है.
ये भी पढ़ें: खान-पान, रहन-सहन के अलावा हर देश की अपनी एक ख़ास ड्रिंक भी होती है, ऐसी ही हैं ये 10 Summer Drinks
इसे Kosher Coke कहते हैं
चूंकि Coca-Cola में कॉर्न सिरप होता है इसलिए यहूदी लोग इसे पीने से बचते हैं. इसलिए साल में एक बार कोका कोला अपनी एक ख़ास प्रकार की कोक मार्केट में उतारता है. इसमें कॉर्न सिरप की जगह चीनी मिलाई जाती है. इसे Kosher Coke कहा जाता है. इसकी मार्केटिंग पीले ढक्कन से की जाती है, ताकि लोग इसे तुरंत पहचान लें.
ये भी पढ़ें: तरह-तरह के ड्रिंक्स से जुड़े ये 12 भ्रम और उनकी सही जानकारी जान लो, काम आएगी
काफ़ी लोगों को आती है पसंद
इस स्पेशल कोक का टेस्ट पहले से कहीं अच्छा होता है. दूसरा इसमें Fructose की मात्रा भी कम होती है. इसलिए जैसे ही ये मार्केट में आती है तो कुछ लोग भारी मात्रा में इसे ख़रीद लेते हैं. इसका दाम भी नॉर्मल कोका कोला जितना ही होता है.
चलते-चलते आपको ये भी बता दें कि Jimmy Hoffa ने कोका कोला की खोज की थी और कुछ गैंगस्टर्स ने इसकी रेसिपी पाने के लिए उनकी हत्या कर दी थी. इसलिए आज भी Coca-Cola की Recipe को एक Vault के अंदर अमेरिका में रखा गया है जिसकी सिक्योरिटी में हर दम हथियारबंद गार्ड तैनात रहते हैं.
Coca-Cola से जुड़ी ये रोचक जानकारी आपको तो पता चल गई है अब इसे दोस्तों से भी शेयर कर दीजिये.