हिंदुस्तान का बच्चा-बच्चा ये जानता है कि देश को आज़ाद कराने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने एक अहम भूमिका अदा की थी. इसलिये प्यार से सब उन्हें बापू भी कहते हैं. ये तो सबको पता ही है कि गांधी जी अहिंसा के पुजारी थे, इसलिये देश की लड़ाई उन्होंने बिना तलवार और बिना बंदूक लड़ी थी. आज़ादी की लड़ाई के दौरान उन्होंने अपनी सोच और शारीरिक क्षमता को ताक़त बना कर इस्तेमाल किया. शायद यही वजह है कि आज भी वो हमारे दिल और दिमाग़ में बसे हुए हैं.
वैसे तो हम सब गांधी की ज़िंदगी से बहुत कुछ सीख सकते हैं, पर सबसे पहले हमें गांधी जी के जीवन से कुछ फ़िटनेस मंत्र ले लेने चाहिये.
1. समय पर सोएं और समय पर जागें
गांधी जी की फ़िटनेस का सबसे बड़ा राज़ यही था कि वो जल्दी सोते और जल्दी जागते थे. अगर आप गांधी जी की इस आदत को अपना लें, तो ज़िंदगी में बहुत कुछ बदल सकता है.
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2. सिगरेट, शराब से दूरी
आधे लोगों की ज़िंदगी शराब और सिगरेट से ही बर्बाद होती है. यही वजह थी कि गांधी जी इन दोनों ही चीज़ों से दूर रहते थे.
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व्रत
एक समय पर बापू ने हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए 21 दिन का व्रत रखा था. गांधी जी का मानना था कि व्रत रखने से शरीर की चर्बी कम होती है और पेट भी साफ़ रहता है. कभी-कभी व्रत रखो, सेहत अच्छी होगी.
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4. सही खान-पान
साधारण जीवन जीने वाले गांधी जी का खान-पान भी काफ़ी साधारण और हेल्दी था. बापू का मानना था कि हमारा शरीर कचरा जमा करने का स्थान नहीं है, इसलिये कुछ भी खाने से पहले सोचें.
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5. मेडिटेशन
बापू रोज़ाना मेडिटेशन करते थे, जिससे उनका मन शांत और शरीर फ़िट रहता था.
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6. पॉज़िटिव सोच
बापू निगेटिविटी से दूर और सकारात्मक सोच में विश्वास रखते थे क्योंकि इससे स्किल्स और कार्य करने की क्षमता बेहतर होती है.
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7. वॉक
अगर बढ़ती उम्र में भी महात्मा गांधी काफ़ी एक्टिव थे, तो इसकी वजह उनका पैदल चलना था. पैदल चलने से इंसान की क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है.
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8. दूसरों को माफ़ी
बापू दूसरों के प्रति बैर रखने से बेहतर उन्हें माफ़ करने में विश्वास रखते थे क्योंकि ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है.
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बापू की इन बातों पर ग़ौर करके ज़िंदगी बेहतर बनाई जा सकती है.