यूं तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन अपने फैसलों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं, लेकिन इस बार रूसी सरकार का फैसला कई मायनों में अजीबोगरीब है. देश के बेहतरीन प्रोग्रामर्स की छंटनी करने के लिए रूसी प्रशासन ने एक दिलचस्प फैसला लिया है. हैकाथॉन नामक एक प्रतियोगिता के जरिए देश के सबसे बेहतरीन प्रोग्रामर्स की तलाश को पूरा किया जाएगा. लेकिन इसमें भी एक पेंच है.

इन प्रोग्रामर्स को न केवल मुश्किल कोड्स को हल करना होगा बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद मजबूती दिखानी होगी क्योंकि इन प्रोग्रामर्स के आस-पास कई खूबसूरत स्ट्रिप गर्ल्स इन लोगों का ध्यान भटकाने की पूरी कोशिश करेंगी.

 

जहां ये लोग प्रोग्राम को तैयार करने की जद्दोजहद में लगे होंगे, वहीं कई लड़कियां इन प्रोग्रामर्स को आकर्षित करने की पूरी कोशिश करेंगी. अगर आप ध्यान भटकाते हैं तो जाहिर है ये प्रतियोगिता जीतनी खासी मुश्किल हो जाएगी.

गोल्डन गर्ल्स क्लब के मालिक के अनुसार, इस हैकाथॉन का मकसद प्रोग्रामर्स को मुश्किल स्थिति में डालकर उनसे बेहतरीन काम निकलवाना है.

 

इस प्रतियोगिता में किसी भी प्रोग्रामर को एक प्रोटोटाइप प्रोग्राम बनाना होगा और ये काम उन्हें खूबसूरत लड़कियों की मौजूदगी में करना होगा और ये लड़कियां इन प्रोग्रामर्स का ध्यान भटकाने की पूरी कोशिश करेंगी.

मॉस्को में आयोजित इस इवेंट का मकसद है एक ऐसे प्रोग्रामर की खोज, जो बेहद कठिन परिस्थितियों में भी मानसिक मजबूती का परिचय देते हुए मुश्किल प्रोग्राम को बनाने में सफलता हासिल कर सके. इस टूर्नामेंट को जीतने वाले प्रोग्रामर को नौकरी के साथ-साथ फ्री लैप डांस भी मिलेगा.

गौरतलब है कि सीआईए ने दावा किया था कि रूस के हैकर्स ने डेमोक्रेटेस के ईमेल लीक कर अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी. इस दावे के मुताबिक इन हैकर्स ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव जितवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इन सभी दावों को बकवास करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग है जो कहा करते थे कि सद्दाम हुसैन के पास दुनिया को खत्म करने वाले हथियार हैं. 

Source: The Sun