मुंबई में लोग माचिस की डिबिया जैसे घरों में रहने को मजबूर हैं. कुछ ऐसा ही हाल दुनिया के दूसरे बड़े शहरों का भी है. ऐसा ही एक शहर है दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल. यहां पर लोग 43 वर्ग फ़ीट के कमरों में रहने को मजबूर हैं. इन्हें Goshiwon कहा जाता है.

दक्षिण कोरिया के फ़ोटोग्राफ़र Sim Kyu-Dong ने इन घरों का स्याह पहलू लोगों तक तस्वीरों के ज़रिये पहुंचाने की कोशिश की है. चलिए इनके ज़रिये यहां रहने वाले लोगों की परेशानियों को समझने की कोशिश करते हैं.

दरअसल, सियोल में घरों का किराया आसमान छू रहा है. एक छोटी सी दुकान का भी कियारा हज़ारों डॉलर्स में है. इसलिए लोग इन छोटे-छोटे केबिन Goshiwons में रहते हैं. इनका किराया बहुत कम है.

एक बिना खिड़की वाले Goshiwon का किराया क़रीब 15,000 रुपये होगा. खिड़की और बाथरूम के साथ वाले Goshiwon का किराया लगभग 38 हज़ार रुपये है. खिड़की गलियारे की तरफ है या फिर बाहर की ओर इसका भी फ़र्क किराए पर पड़ता है.

Sim Kyu-Dong के अनुसार ये सियोल के महंगे किराये वाले कमरों का विकल्प हैं. इन्हें बस आप सोने और पढ़ने लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. ये ऐसे लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो ग्रामीण इलाके से सियोल अपने सपने को पूरा करने आए हैं.

यहां अधिकतर लोग तब तक रहते हैं जब तक वो बड़े कमरे का किराया और डिपॉजिट देने के लिए पैसे जमा नहीं कर लेते.

इन लोगों की मजबूरी भले ही जो हो, लेकिन ऐसे छोटे-छोटे कमरे में बसर करना वाकई में कठिन है. क्या आप इतने छोटे से कमरे में रहना पसंद करेंगे?
