Highest Mountains In India: भारत विविधताओं से भरा हुआ है. यहं सांस्कृतिक और भाषाई के साथ भौगोलिक विविधता भी देखने को मिलती है. भारत में पहाड़, नदियां, घाटियां, वनस्पति और जानवर समेत हर तरह के भौगोलिक चमत्कार देखने को मिलते हैं. पहाड़ भी इनमें से एक हैं. मगर क्या आप भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटियों के बारे में जानते हैं? (Highest Mountain Peaks In India)

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दरअसल, भारत हिमालय के साथ-साथ कई पर्वत श्रृंखलाओं का घर है, जैसे पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट, अरावली, विंध्य, सतपुड़ा, नीलगिरी, और शिवालिक पर्वत श्रृंखला. ये पर्वतमालाएं दुनिया की कुछ सबसे ऊंची चोटियों का घर हैं.

भारत की 10 सबसे ऊंची पर्वत चोटियां (Highest Mountains In India) –

1. K2 (गॉडविन-ऑस्टेन) K2 (Godwin-Austen)

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माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) के बाद ये दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है (second highest peak in the world). पाकिस्तान और चीन की सीमाओं के बीच मौजूद इस ऊंची चोटी की ऊंचाई 8611 मीटर है. K2 को ‘किलिंग पीक’ (Killing Peak) के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां बहुत ज़्यादा हादसे होते हैं. इस पर्वत का एक हिस्सा गिलगित-बाल्टिस्तान में स्थित है, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के अंतर्गत आता है, और इसका शेष भाग चीन के झिंजियांग प्रांत में स्थित है.

2. कंचनजंगा (Kangchenjunga)

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कंचनजंगा को दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी माना जाता है. ये हिमालय पर्वतमाला का एक हिस्सा है, जो नेपाल और सिक्किम की सीमा पर स्थित है. इसे भारत की सबसे ऊंची चोटी माना जा सकता है. इसकी ऊंचाई 8598 मीटर है.

3. नंदादेवी (Nanda Devi)

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नंदा देवी की ऊंचाई 7816 मीटर है जो इसे भारत के सबसे ऊंचे पर्वत में से एक बनाती है. ये उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा और गोरीगंगा घाटियों के बीच स्थित है. इस पर्वत के दो शिखर हैं, पूर्वी शिखर (जिसे नंदा देवी पूर्व या सुनंदा देवी भी कहा जाता है) और पश्चिमी शिखर.

4. कामेत (Kamet)

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कामेत उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में नंदा देवी के बाद दूसरी सबसे ऊंची चोटी है. ये उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. ये पर्वत पिरामिड जैसा दिखता है. इसकी अधिकतम ऊंचाई 7756 मीटर है जो इसे भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटियों में से एक बनाती है.

5. साल्टोरो कांगरी (Saltoro Kangri)

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साल्टोरो कांगड़ी काराकोरम पर्वतमाला की एक सबरेंज की सबसे ऊंची चोटी है. साल्टोरो पर्वत दुनिया के सबसे लंबे ग्लेशियरों में से एक सियाचिन ग्लेशियर के काफी नज़दीक है. इसकी ऊंचाई 7742 मीटर है. इसे पीक 36 के नाम से भी जाना जाता है.

6. ससेर कांगरी (Saser Kangri)

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ससेर कांगड़ी एक पर्वत है जो काराकोरम पर्वतमाला में स्थित है. ये ससेर मुज़ताग़ की काराकोरम सबरेंज की सबसे ऊंची चोटी है. भारत के लद्दाख में स्थित इस चोटी की ऊंचाई 7672 मीटर तक है, जो इसे दुनिया की 35वीं सबसे ऊंची पर्वत चोटी बनाती है.

7. ममस्तोंग कांगरी (Mamostong Kangri)

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ममोस्तोंग कांगरी 7516 मीटर ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित है. ये रिमो मुजताग की सबसे ऊंची चोटी है, जो लद्दाख में काराकोरम रेंज की एक उपश्रेणी है.

8. रिमो (Rimo)

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रिमो का शाब्दिक अर्थ है ‘धारीदार पर्वत’ है. ये पूर्वी काराकोरम रेंज के मध्य में स्थित है. रिमो पर्वत समुद्र तल से 7385 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

9. हरदोल (Hardeol)

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हरदोल, जिसे “भगवान का मंदिर” भी कहा जाता है, नंदा देवी अभयारण्य के उत्तरपूर्वी कोने में स्थित है. ये भारत के उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मिलम घाटी के उत्तरी छोर पर स्थित है. इसकी ऊंचाई 7151 मीटर है जो इसे भारत की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला में से एक बनाती है. ये हिमालय में कुमाऊं की सबसे पुरानी चोटियों में से एक है. हरदोल को त्रिशूली दक्षिण के नाम से भी जाना जाता है.

10. चौकम्बा (Chaukhamba)

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चौकम्बा चोटी गढ़वाल हिमालय के गंगोत्री समूह का एक हिस्सा है. ये उत्तराखंड के पवित्र शहर बद्रीनाथ के पश्चिमी भाग में स्थित है. ये 7138 मीटर तक फैला है.

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