10 साल पहले तक भारत में ले देकर दो चार बियर ही हुआ करती थी, इनमें से भी अधिकतर विदेशी हुआ करती थी. विजय माल्या के स्वामित्व वाली ‘किंगफ़िशर’ ही एकमात्र ऐसी भारतीय बियर थी, जो लोगों की पहली पसंद हुआ करती थी. लेकिन पिछले कुछ सालों में भारत में बनी कई बियर लोगों की पहली पसंद बन चुकी हैं. इन्हीं में से एक बीरा 91 (Bira 91) भी है.

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बीरा 91 (Bira 91) बियर की शुरुआत साल 2015 में हुई थी. इन 6 सालों में ये बियर युवाओं की पहली पसंद बन चुकी है. आज देश के बड़े-बड़े होटल, रेस्टोरेंट्स और पब्स में अधिकतर ‘बीरा’ ही सर्व की जाती है. ये भारत में बनाई गई पहली बोतल बंद ‘क्राफ़्ट बीयर’ है. शुरुआत के 3 साल तक मार्केट में बीरा को कोई जनता तक नहीं था, लेकिन पिछले 3 सालों में इसने युवाओं के बीच जिस तरह से अपनी पहचान बनाई वो अकल्पनीय है. बीरा (Bira) आज में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के युवाओं की पहली पसंद बन गई है.

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बीरा (Bira) पूरी तरह भारतीय ब्रांड है. इसके फ़ाउंडर अंकुर जैन (Ankur Jain) हैं, जिन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से फंड जुटाकर ‘Bira 91’ की शुरूआत की थी. अंकुर ने साल 2002 में शिकागो से ‘कंप्यूटर इंजीनियरिंग’ की डिग्री ली है. इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद उन्होंने अमेरिका में एक ‘हेल्थ केयर इंफ़ॉर्मेशन’ स्टार्टअप से अपने करियर की शुरुआत की थी. इस दौरान उनके ऑफ़िस के ऊपर वाले फ़्लोर पर ब्रूकलिन ब्रिउअरी (Brooklyn Brewery) का ऑफ़िस हुआ करता था. ब्रूकलिन ब्रिउअरी अमेरिका में ‘क्राफ़्ट बीयर’ का एक बड़ा नाम है.

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क्या होती है क्राफ़्ट बियर? 

दरअसल, क्राफ़्ट बियर बड़ी-बड़ी मशीनों में नहीं बनती, बल्कि छोटी मशीनें और इंडिपेंडेंट ब्रिउअर इसका निर्माण करते हैं. दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के कई पब्स और बार में आपको इस तरह की मशीनें देखने को मिल जाएंगी. इन पब्स में आप अगर बियर मांगेंगे तो आपको क्राफ़्ट बियर (ताज़ा तैयार हो रही बियर) भी मिल जाएगी. इसी को ‘क्राफ़्ट बीयर’ कहा जाता है. 

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सेराना बेवरेजेज़ की शुरुआत की  

अकुंर जैन जब अमेरिका में थे वो वीकेंड पर दोस्तों के साथ बियर का ख़ूब आनंद लेते थे. यहीं से बियर के प्रति उनकी दिलचस्पी बढ़ने लगी और उन्होंने भारत में बिज़नेस स्थापित करने की योजना बनाई. इसके बाद अमेरिका में अपना स्टार्टअप बेच अंकुर भारत लौट आए. भारत लौटकर उन्होंने सेरेना बेवरेजेज़ (Cerana Beverages) की शुरुआत की. ये कंपनी ‘क्राफ़्ट बियर’ के इंपोर्ट और डिस्ट्रीब्यूशन का काम करती थी.

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बीरा 91 (Bira 91) की लॉन्चिंग 

क़रीब 4 साल में अंकुर जैन को भारतीय रेस्टोरेंट्स, बार और पब्स में बियर सप्लाई करने के बाद ‘बेवरेजेज़ इंडस्ट्री’ की समझ और बेहतर हो चुकी थी. इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी बनाने का फ़ैसला किया, जो ख़ुद क्राफ़्ट बियर बनाएगी और डिस्ट्रीब्यूट भी करेगी. साल 2015 में फ़ैमिली और दोस्तों से मिली 10 लाख डॉलर की फंडिंग से अंकुर ने ‘बीरा 91’ लॉन्च कर दी. अंकुर ने शुरुआत में ‘बीरा 91’ के 2 फ़्लेवर ही लॉन्च किये और ये दोनों ही लोगों को काफ़ी पसंद आये.  

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‘बीरा’ नाम के पीछे की दिलचस्प कहानी  

अंकुर इस बियर का नाम Biru (बीरू) रखना चाहते थे, लेकिन पहले से ही इस नाम पर एक जापानी कंपनी की कॉपीराइट के चलते उन्होंने इसका नाम ‘बीरा’ रखा. जबकि ‘बीरा 91’ में जो 91 है, वो भारत का टेलीफ़ोन कोड है. भारत के सभी मोबाइल नंबर 91 से शुरू होते हैं. इसलिए पूरा नाम ‘Bira 91’ रखा गया. इसका Logo एक ‘बंदर’ है. इसके पीछे का तर्क ये था कि हर इंसान के अंदर बंदर की तरह शरारत और चुलबुलापन होता है.

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अंकुर जैन ने जब भारत की पहली बोलत बंद क्राफ़्ट बियर बाज़ार में उतारी तो इसके 2 मुख्य फ़्लेवर्स थे. इनमें से एक बियर में कड़वाहट बेहद कम थी, जिसे लोगों ने काफ़ी पसंद किया. इसके बाद उन्होंने इसके कुछ और फ़्लेवर भी लॉन्च किए. शुरुआत के कुछ सालों को छोड़ दें तो ‘बीरा’ ने इसके बाद जिस रफ़्तार से युवाओं के बीच अपनी पहचान बनाई उससे अन्य कंपनियों को डर लगने लगा था. आज बीरा (Bira) ने बिना किसी एडवर्टाइज़मेंट के बीयर मार्केट का लगभग 30% शेयर कैप्चर कर लिया है. 

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