हम सभी बाइक, स्कूटी या फिर कार चलाते ही हैं. इसके लिए उसमें पेट्रोल भी डलवाना पड़ता है. मगर क्या आप जानते हैं कि गाड़ियों में पड़ा पेट्रोल भी एक समय के बाद ख़राब हो जाता है? जी हां, ऐसा होता है. इस बारे में जानना इसलिए भी ज़रूरी है, क्योंकि बहुत से लोग रोज़ाना गाड़ी नहीं चलाते. कई बार तो महीनों गाड़ी एक ही जगह पर खड़ी रहती है. ऐसे में अगर ख़राब पेट्रोल के साथ आपने अपनी गाड़ी चलाई तब क्या होगा?
आज हम आपको इन्ही सवालों का जवाब देने जा रहे हैं.
आख़िर क्यों ख़राब होता है पेट्रोल?
इस बात से तो शायद हम सभी वाकिफ़ होंगे कि पेट्रोल को क्रूड ऑयल से प्रोसेस करके बनाया जाता है. इसके लिए ऑयल रिफ़ाइनी में कच्चे तेल में कई दूसरे आवश्यक पदार्थ मिलाए जाते हैं, जिसमें इथेनॉल प्रमुख है. यही वजह है कि कच्चे तेल की तुलना में पेट्रोल की शेल्फ़ लाइफ़ काफ़ी कम होती है.
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दरअसल, होता ये है कि अलग-अलग तापमान में पेट्रोल वाष्पीकृत होता है. जब हम गाड़ी चलाते रहते हैं, तो पेट्रोल इस्तेमाल होता रहता है. साथ ही, टंकी में नया पेट्रोल भी डलता रहता है. मगर जब गाड़ी बहुत समय तक खड़ी रहती हो, तो वाष्पीकृत पेट्रोल गाड़ी से पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाता और फिर इथेनॉल इसे सोखने लगता है. यही वजह है कि पेट्रोल जल्दी ही ख़राब हो जाता है.
पेट्रोल को ख़राब होने में कितना समय लगता है?
अब सवाल ये है कि आख़िर पेट्रोल को ख़राब होने में कितना समय लगता है. माना जाता है कि अगर गाड़ी एक ही जगह पर महीनेभर तक खड़ी रहेगी, तो उसमें कई तरह के कैमिकल रिएक्शन होने शूरू हो जाते हैं. इसी के साथ पेट्रोल भी ख़राब होना शुरू हो जाता है. साथ ही, जैसा कि ऊपर बताया गया कि अलग-अलग तापमान में पेट्रोल के वाष्पीकरण की दर भी अलग-अलग होती है. ऐसे में पेट्रोल कितना जल्दी ख़राब होगा, ये उसके तापमान पर निर्भर करता है.
मसलन, 20 डिग्री पर स्टोर करने पर पेट्रोल की शेल्फ लाइफ छह महीने होती है. वहीं, 30 डिग्री पर रखने पर सिर्फ तीन महीने तक ही पेट्रोल ठीक रह पाता है. कहने का मतलब है कि गर्मी जितनी ज़्यादा होगी, पेट्रोल की शेल्फ़ लाइफ़ उतनी ही कम होगी.
ख़राब पेट्रोल के साथ गाड़ी चलाई तो क्या होगा?
अगर महीनों खड़ी गाड़ी को उसी खराब पेट्रोल के साथ चलाया गया, तो ये आपके इंजन को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. गाड़ी के कार्बोरेटर, फ़्यूल पंप में दिक़्क़त आ सकती है. साथ ही, फ़्यूल लाइन भी जाम हो सकती है. क्योंकि टंकी में पड़े-पड़े पेट्रोल काफ़ी गाढ़ा हो जाता है.
इसी वजह से एक्सपर्ट का मानना है कि अगर आप अपनी गाड़ी को तीन महीने या छह महीने तक एक ही जगह पर खड़ा रखते हैं, तो दोबारा गाड़ी चलाने से पहले अपनी टंकी को खाली करके उसमें फ़्रेश पेट्रोल को ज़रूर डालें.