Interesting facts about Vikram Sarabhai : भारत को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाने में कई महान भारतीयों का हाथ रहा है. इसमें एक नाम डॉ. विक्रम साराभाई का भी आता है. डॉ. विक्रम साराभाई को भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है. उनके इस योगदान की वजह से उन्हें 1996 में पद्म भूषण (साइंस एंड इंजीनियरिंग क्षेत्र) से सम्मानित भी किया गया था. अंतरिक्ष कार्यक्रम के अलावा उन्होंने अपना योगदान अन्य चीज़ों में भी दिया जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, एटॉमिक ऊर्जा आदि. इस ख़ास लेख में हम जानेंगे डॉ. विक्रम साराभाई से जुड़ी वो बातें, जिनके बारे में अधिकांश लोगों को शायद पता न हो.  

आइये, अब विस्तार से जानते हैं Interesting facts about Vikram Sarabhai. 

1. उनके पिता एक गांधीवादी थे  

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Interesting facts about Vikram Sarabhai : बहुतों को शायद इस बात की जानकारी नहीं होगी कि डॉ. विक्रम साराभाई के पिता अंबालाल साराभाई एक गांधीवादी थे. साथ ही वो एक कपड़े के व्यवसायी भी थे. कहते हैं कि विक्रम साराभाई के पिता ने साबरमती आश्रम में पैसे दान में भी दिए थे. वहीं, उनकी बहन मृदुला साराभाई ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई थी. 

2. डॉ. सी.वी. रमम के अंडर की पीएचडी  

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कहते हैं कि डॉ. विक्रम साराभाई 1937 में Cambridge University पढ़ने के लिए चले गए थे, लेकिन World War II शुरू होने की वजह से उन्हें भारत लौटना पड़ा. भारत आकर उन्होंने Indian Institute of Science (बेंगलुरु) में एडमिशन लिया और डॉ. सी.वी रमन के अंडर कॉस्मिक रे पर रिसर्च करने लगे. उन्होंने 1947 तक अपनी पीएचडी पूरी कर ली थी.

3. बंगले के कमरे को बनाया ऑफ़िस  

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Interesting facts about Vikram Sarabhai : डॉ. विक्रम साराभाई का शाहीबाग (अहमदाबाद) में एक छोटा-सा बंगला था. उस बंगले के एक कमरे से उन्होंने Physical Research Laboratory (1947) की शुरुआत की थी. वहीं, 1952 में डॉ. सीवी रमन में नए Physical Research Laboratory के कैंपस की नींव रखी.  

4. कम उम्र में सरकार के सामने इसरो की वकालत 

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माना जाता है कि 28 वर्ष की आयु में डॉ. विक्रम साराभाई ने इसरो की स्थापना के लिए सरकार के सामने इसका प्रस्ताव रखा था. वहीं, 1969 में इसरो की स्थापना की गई.

5. किया पहला रॉकेट लॉन्च  

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Interesting facts about Vikram Sarabhai : ये डॉ. विक्रम साराभाई ही थे, जिनकी अगुवाई में देश ने अपना पहला रॉकेट 21 नवंबर 1963 को तिरुवनंतपुरम के एक छोटे से गांव थुंबा से लॉन्च किया था.  

6. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की प्रतिभा को पहचाना  

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देश के पहले रॉकेट लॉन्च के समय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भी मौजूद थे. कहते हैं कि डॉ. कलाम को निखारने में डॉ. साराभाई ने अहम भूमिका निभाई थी. इस पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि, “मेरी कड़ी मेहनत को उन्होंने पहचाना और मुझ पर ध्यान दिया. वहीं, एक युवा वैज्ञानिक के तौर पर उन्होंने कई ज़िम्मेदारियां भी सौंपी”. 

7. भारत में केबल टीवी लाने में की मदद 

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Interesting facts about Vikram Sarabhai : ये डॉ. विक्रम साराभाई ही थे, जिनकी मदद से भारत में केबल टीवी आया पाया. डॉ. साराभाई ने SITE (Satellite Instructional Television Experiment) के लिए NASA ने बात की थी. वहीं, 1975 में साइट को लॉन्च किया गया. इससे ही भारत में केबल टीवी की शुरुआत हुई.   

8. IIM Ahmedabad की स्थापना में योगदान 

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बहुत कम लोगों को इस बारे में जानकारी होगी कि डॉ. विक्रम साराभाई ने IIM Ahmedabad की स्थापना में अहम योगदान दिया था.  

9. पद्म विभूषण 

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Interesting facts about Vikram Sarabhai : विक्रम साराभाई को 1966 और 1972 (मरणोपरांत) में पद्म भूषण और पद्म विभूषण दोनों से सम्मानित किया गया था.

10. विक्रम साराभाई पत्रकारिता पुरस्कार

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ISRO ने विक्रम साराभाई के 100वें जन्मदिन, 12 अगस्त 2019 को अंतरिक्ष विज्ञान प्रौद्योगिकी और अनुसंधान क्षेत्र में “विक्रम साराभाई पत्रकारिता पुरस्कार” की घोषणा की थी.