दुनियाभर की संस्कृतियों के दर्शन एक साथ करना चाहते हैं? इसके लिए जयपुर का ‘डॉल म्यूज़ियम’ बेस्ट रहेगा. यहां आपको देश ही नहीं, बल्कि विदेशों की संस्कृति में सजी डॉल्स के दर्शन करने को मिलेंगे. किसी की बनावट तो किसी के कपड़े इतने आकर्षक हैं कि आपका मन करेगा कि इन्हें अपने साथ घर ले चलें.

जयपुर ‘डॉल म्यूज़ियम’ जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर सेठ आनंदी लाल पोद्दार मूक बधिर स्कूल परिसर में बना है. यहां देश-विदेश की ख़ासियत बयां करती गुड़िया रखी हुई हैं. 1973 में सेकसरिया परिवार ने म्यूज़ियम की स्थापना की थी.

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इस म्यूज़ियम में सैंकड़ों डॉल्स हैं. देश की बात करें तो यहां जापान, अरब, स्वीडन, स्विटज़रलैंड, अफ़ग़ानिस्तान, ईरान, अमेरिका, ब्रिटेन आदि की डॉल्स हैं. यहां पर हमारे देश के अलग-अलग राज्यों की सांस्कृतिक झलक दिखाती गुड़ियां भी हैं. 

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आपको यहां पर राजस्थान की पारंपरिक कठपुतलियां भी आपको देखने को मिलेंगी. इन्हें देखने के लिए हर आयु वर्ग के लोग इस डॉल म्यूज़ियम का रुख करते हैं. सबसे छोटी डॉल 2 इंच की है. यहां पर आपको कई प्रकार के कार्टून और सुपरहीरो कैरेक्टर्स की डॉल्स भी देखने को मिलेंगी.

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छोटी-छोटी डॉल्स को देश और विदेश के त्यौहार मनाते हुए देखना यहां एक अलग ही अनुभव होगा. बच्चे तो यहां पर जाकर शर्तिया ख़ुश हो जाएंगे. जयपुर डॉल म्यूज़ियम पब्लिक हॉलिडे को छोड़कर रोज़ खुलता है. इसकी टाइमिंग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक की है. यहां एंट्री करने के लिए भारतीय नागरिकों को 10 रुपये और विदेशी नागरिकों को 50 रुपये की टिकट ख़रीदनी पड़ती है.

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अगली बार जब भी जयपुर जाना हो तो ‘डॉल म्यूज़ियम’ घूमना मत भूलना.