देश-दुनिया में शायद ही कोई ऐसा इंसान हो जिसने उसके बुजुर्गों से मिथकीय कहानियां न सुनी हो. वो दादी-नानी द्वारा सतयुग, द्वापर, त्रेता और कलयुग की कहानियां सुनाना. कृष्ण का वो महाभारत के दौरान कर्णधार बनना, राम का अपने प्रियतमा के लिए लंका पर चढ़ाई करना. वो सारी कहानियां जो सच लगती थीं. हम तब लॉजिक का इस्तेमाल करने के बजाय सारी बातों पर विश्वास कर लिया करते थे. हनुमान हमारे सुपरमैन हुआ करते थे, और हम अपने कंधे पर तरकश और धनुष लटकाए घूमा करते थे. बांसुरी मिल जाने पर ख़ुद को किशन-कन्हैया ही समझ लिया करते थे.
मगर, इन कथा-कहानियों से प्रेरणा लेते हुए ही केरल में “जटायु नेचर पार्क” का निर्माण हो रहा है. गौरतलब है कि, जटायु वही पक्षी है जिसने रावण द्वारा अपहृत सीता को छुड़ाने के लिए रावण से लड़ाई लड़ी थी और इस क्रम में घायल हो गया था. जटायु जिसके भीतर अपार शक्ति थी. इस रॉक थीम नेचर पार्क के दरवाजे आम नागरिकों और पर्यटकों के लिए 2016 तक खुलेंगे. यहां के नज़ारे कुछ ऐसे होंगे जिन्हें देखना अद्भुत होगा.
इस पार्क में एक पहाड़ी के ऊपर जटायु नामक मिथकीय पक्षी की एक प्रतिमा बनी है, यह प्रतिमा पूरी दुनिया में पक्षियों पर बनी सबसे बड़ी प्रतिमा है, यह प्रतिमा 200 फीट बड़ी, 150 फीट चौड़ी और 70 फीट ऊंची है. इस प्रतिमा के भीतर ही एक म्यूजियम(अजायबघर)है, एक 6डी थियेटर और इसके अलावा कई टेक्निकल अजूबे भी इसके भीतर मौजूद हैं.
ऐसा कहा जाता है कि ये प्रतिमा ठीक वहीं स्थापित है, जहां कभी जटायु गिरा था.
अब जैसा कि रामायण और रामचरितमानस की कहानियों के माध्यम से हम सभी ने सुना है कि, जटायु नामक यह विशाल पक्षी रावण से लड़ते-लड़ते घायल हो गया था और गिर पड़ा था. इस पार्क के भीतर एक बड़ा सा चट्टान भी विद्यमान है. यह पत्थर उस अद्भुत और अजूबे दृश्य का गवाह माना जाता है.
इस पूरे क्षेत्र में 20 खेल होंगे…
इस पार्क के पहले फेज़ में एक ऐडवेंचर ज़ोन(क्षेत्र) होगा, इस तीन किलोमीटर के त्रिज्या वाले पार्क में 20 से अधिक खेल होंगे, जिसमें पेंट बॉल, लेजर टैग, तीरंदाजी, राइफल शूटिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, बोल्डरिंग, एटीवीस् और रैपलिंग, इसके अलावा यहां के बेज़ोड़ नज़ारे तो हैं ही.इस पार्क में अत्यंत आधुनिक केबल कार की भी सुविधा है…
इस पार्क प्रोजेक्ट के पहले फेज़ में 100 करोड़ रुपये लग चुके हैं, और आगामी भविष्य में यह दुबई पर्यटन से साझेदारी में भी कई प्रोजेक्टों पर काम करेगा.
जटायुपारा टूरिज्म प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन व फ़िल्म निर्माता राजीव अंचल ने कहा कि, जटायुपार्क केरल के पर्यटन क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा और केरल में पर्यटकों को इससे पूरी संतुष्टि मिलेगी.
तो भैया, अब अगले वर्ष यहां जाना पक्का रहा. सोच क्या रहे हैं? मिथकीय कहानियों और पर्यटन का मज़ा एक साथ, आख़िर और कहां मिलेगा…