इंसान के सबसे संवेदनशील अंगों में कान भी शामिल है. छोटी-सी भी चीज़ अगर कान के अंदर चली जाए, तो न सिर्फ़ दर्द होता है बल्कि बहुत ही असहजता का सामना करना पड़ता है. ऐसे बहुत से मामले देखे गए हैं जब रात में सोने के दौरान कान में कोई कीड़ा चला जाता है. लेकिन, क्या हो कोई अगर कोई अजीबो-ग़रीब मकड़ी कान में घुस जाए और कान को ही अपना घर बना ले? आइये, आपको बताते हैं इस अजीबो-ग़रीब मकड़ी के बारे में. साथ में जानिए कि अगर कान में मकड़ी या कोई कीड़ा चला जाए, तो उससे कैसे निजात पाया जा सकता है.
जंपिंग स्पाइडर
नेशनल ज्योग्राफ़िक के अनुसार, विश्व भर में 45 हज़ार से भी ज़्यादा मकड़ियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें एक जंपिंग स्पाइडर भी शामिल है. हालांकि, ये मकड़ी घरों में दिखने वाली सामान्य मकड़ी से अलग होती है, क्योंकि ये जाले नहीं बनाती है और ये कुछ दूरी तक कुद सकती है और झपट्टा मारकर अपने शिकार को खा सकती है. इसलिए, इसे जंपिंग स्पाइडर कहा गया है. ये आकार में 2 से 22mm तक बड़ी हो सकती है. वहीं, इसके शरीर पर घने बाल होते हैं, जो इसे बाकी मकड़ियों से अलग बनाने का काम करते हैं.
रात में छुप जाती है
ये दिन के समय ज़्यादा एक्टिव रहती हैं और वहीं रात में ये अंधेरी जगरों में रहना पसंद करती हैं. जैसे किसी पत्थर, पत्ते या छाल के नीचे. वहीं, कई बार ये अंधेरी जगहों की तलाश में इंसानी शरीर के पास आ जाती हैं और कान के अंदर प्रवेश कर सकती हैं. ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक ऐसा मामला भारत में ही देखा गया है.
जब एक महिला के कान में घुस गई जंपिंग मकड़ी
ये मामला एक साल पुराना यानी 2020 का है. भारत के बेंगलुरु शहर के हेब्बाल की रहने वाली 49 वर्षीय लक्ष्मी को कान में असहजता महसूस हुई और इसके बाद उन्हें तेज सिर दर्द हुआ. दर्द इतना तेज था कि उन्हें अस्पताल (Columbia Asia Hospital) में भर्ती कराना पड़ा. जब डॉक्टर ने कान की जांच की, तो पता चला कि कान में छोटी अजीबो-ग़रीब मकड़ी मौजूद है. कान के अंदर जा रही रोशनी की वजह से वो मकड़ी धीरे-धीरे बाहर आने लगी. इस बीच ये भी डर था कि कहीं ये वापस मुड़कर कान की गहराई में न चली जाए. लेकिन, वो मकड़ी ख़ुद से ही बाहर आ गई. अगर मकड़ी कान की गहराई में चली जाती है, तो उसे निकालना मुश्किल हो सकता है और वो अन्य कान से जुड़ी परेशानियों का कारण बन सकती थी.
कितनी ख़तरनाक है जंपिंग स्पाइडर
हेल्थलाइन वेबसाइट के अनुसार, इंसानों के लिए जंपिग स्पाइडर ख़तरनाक नहीं है. इसके काटने पर भी इंसान को कोई ख़तरा नहीं है. लेकिन, इसके ज़हर से अगर इंसान को एलर्जी है, तो ये मकड़ी कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है. वहीं, ये मकड़ी तब ही काटती है जब इसे डर का अनुभव होता है.
कैसे जानें कि कान में मकड़ी या अन्य कीट घुसा है?
रात के समय अगर कोई ज़मीन पर सोता है, वो कान के अंदर कीड़ा या जंपिंग स्पाइडर जैसी मकड़ी के अंदर जाने का जोखिम बढ़ जाता है. अगर नींद खुलने के बाद कान में भारीपन लगे, कान के अंदर से खुरचने की आवाज़ आए, अहसहता महसूस हो, कान में दर्द हो या कोई तरल पदार्थ बाहर निकल रहा हो, तो ये सभी कान के अंदर कीड़ा या मकड़ी जाने के लक्षण हो सकते हैं.
भूल से भी ये चीज़े न करें
कान के अंदर कीड़ा या मकड़ी को निकालने के लिए ईयर बड, माचीस की तिल्ली या किसी अन्य चीज़ को कान के अंदर न डालें, ऐसा करने से कान में मौजूद मकड़ी या कीड़ा और भी अंदर जा सकता है.
क्या करें?
अगर आपको लगता है कि कान के अंदर कोई मकड़ी या कीड़ा अभी-अभी घुसा है, तो ऐसी स्थिति में सबसे पहले शांत रहें और एक स्थान पर बैठकर गर्दन को जमीन की ओर जितना मोड़ सकें मोड़ लें. अब कान को उंगलियों की मदद से थोड़ा खींचे और धीरे-धीरे सिर को हिलाएं. इससे कीड़ा बाहर आ सकता है. अगर प्रयास विफल रहा, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.