द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर के भरोसेमंद और दुर्लभ सैन्य उपकरणों में शुमार, Kettenkrad इंग्लैंड में सेल के लिए उपलब्ध है. 40 के दशक में इस्तेमाल हुआ ये वाहन अच्छे हालातों में हैं और 19 मार्च को पश्चिमी ससेक्स में इसकी नीलामी होने जा रही है. इसकी शुरुआती कीमत 80000 पाउंड होगी.
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मोटरसाइकिल और टैंक का हाईब्रिड दिखने वाला ये वाहन 50 मिली प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकता है. इन्हें अक्सर सैनिकों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. कई भारी हथियार भी एक जगह से दूसरी जगह इन वाहनों पर ही ट्रांसफर होते थे. इनकी उपयोगिता देखते हुए अमेरिका ने इसे जर्मनी का मोटरसाइकिल ट्रैक्टर भी बताया था.
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Kettenkrad को सबसे पहले 1941 में सोवियत यूनियन पर हमले के दौरान इस्तेमाल किया गया था. बेहद सर्द परिस्थितियों, खराब रास्तों और दुर्गम पहाड़ियों से निपटने के लिए ये वाहन एकदम मुफ़ीद था. कई बार जेट विमानों का फ्यूल बचाने के लिए, जर्मनी के जेट विमान पायलट भी इनका इस्तेमाल किया करते थे.
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इनका निर्माण सबसे पहले 1944 में बंद किया गया, तब तक जर्मनी ऐसे 8345 वाहन बना चुका था. हालांकि द्वितीय विश्व युद्ध के ख़त्म होने के बाद भी ऐसे लगभग 550 वाहनों का निर्माण हुआ. इनका इस्तेमाल लोग खेती बाड़ी और दुर्गम जगहों पर जाने के लिए करते थे. लेकिन 1948 के अंत तक इनका निर्माण पूरी तरह से बंद हो चुका था.
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एक छोटे टैंक की तरह दिखने वाला ये वाहन, जर्मन सेना के सबसे हल्के और परिवर्तनशील वाहनों में शुमार था और इसमें तीन लोग आराम से सफ़र कर सकते थे. जो वाहन युद्ध की मार से बच गए थे, उनमें से ज़्यादातर म्यूज़ियम्स और संग्रहालयों में पहुंचा दिए गए.