Longest Train Of India: भारतीय रेलवे भारत की शान है, यहां से रोज़ लाखों लोग ट्रेन से सफ़र करते हैं, एक स्थान से दूसरे स्थान जाते हैं. भारतीय रेलवे में आए दिन फेरबदल भी होते हैं. कभी यहां श्रमिकों के लिए गाड़ी चालई जाती है तो कभी ‘शेषनाग’ नाम से सबसे लंबी ट्रेन चलाई जाती है, जो चार ट्रेनों को जोड़कर चलाई गई थी. इसके अलावा, एक एनाकोंडा नाम से भी ट्रेन चलाई गई थी, जो तीन ट्रेनों को जोड़कर चलाई गई थी. और अब इन दोनों ट्रेनों को पछाड़ते हुए एक नई ट्रेन चलाई गई, जिसका नाम वासुकी (Vasuki) है और जो भारत की सबसे लंबी ट्रेन होने का रिकॉर्ड बनाती है.
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Longest Train Of India
दरअसल, वासुकी ट्रेन 295 डिब्बों वाली एक मालगाड़ी है, जिसमें सामान का आयात-निर्यात होता है. इसकी लंबाई 3.5 किलोमीटर है. इस ट्रेन को चलाने के लिए पांच इंजनों को जोड़ा जाता है. ये ट्रेन रायपुर रेल मंडल के भिलाई से विलासपुर रेलमंडल के कोरबा के लिए चलती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, वासुकी को दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन (Longest Train Of India) माना जा रहा है. इस ट्रेन को चलाने में कोई समस्या न आए इसके लिए इंजन को इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल से जोड़ा गया है.
Longest hauling!
— South Western Railway (@SWRRLY) January 23, 2021
Recently, @secrail hauled 3.5 Km freight train, Vasuki, towing 295 wagons, from #Bhilai to #Korba#PhotoOfTheDay #freight #railways #India #IndianRailways #Chhattisgarh pic.twitter.com/WMKYdWy8G1
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस ट्रेन के बारे में ट्वीट भी किया था, उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि,
295 डिब्बे और 5 इंजन वाली 3.5 किलोमीटर लंबी वासुकी ट्रेन का संचालन कर भारतीय रेलवे ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. भारतीय रेलवे अपनी कम लागत, अधिक सुविधाओं और बेहतर सुरक्षा की वजह से देश में माल को इधर से उधर पहुंचाने का पसंदीदा साधन बनता जा रहा है.
नित नए कीर्तिमान बनाती रेलवे द्वारा, आज देश में पहली बार 5 रेक जोड़कर 3.5 किमी लंबी वासुकी ट्रेन का संचालन किया गया।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 22, 2021
यह मालढुलाई के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाते हुए कम समय में अधिक औद्योगिक उत्पादों को पहुंचाना सुनिश्चित करेगा। pic.twitter.com/jKJu8HUAaq
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आपको बता दें कि, वासुकी मालगाड़ी को दौड़ाने के लिए अलग रूट पर ट्रैक बनाए गए हैं, जिन्हें डेडिकेटेड फ़्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) नाम दिया गया है. इनमें से कई फ़्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं.
Dedicated Freight Corridor का काम देश में एक जगह से दूसरे जगह बिना किसी रुकावट के मालगाड़ियों का संचालन करना और सामान को पहुंचाना है. आपको बता दें, भारतीय रेलवे ने इससे पहले देश की Fastest ट्रेन वंदे भारत के 44 सेट के निर्माण का ठेका भी Dedicated Freight Corridor को दिया है.