योग शरीर को स्वस्थ रखने की सबसे अच्छा माध्यम है. इससे शरीर और मन, दोंनों का आंतरिक विकास होता है. अगर अभी तक आपने योग करना शुरू नहीं किया है, तो चलिए आपको कुछ ऐसे आसान आसनों के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से योग करना शुरू कर सकते हैं.
ताड़ासन
ताड़ासन करने से शरीर लचीला होता है और ये एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है.

कैसे करें
सबसे पहले सीधे खड़े होकर सांस लेते हुए हाथों को ऊपर लेकर जाएं. हाथों को ऊपर लॉक करना है और फिर पैरों की उंगलियों पर खड़ा होना है. इसके बाद दोनों हाथों को नीचे लाते हुए सांस छोड़ते हुए आराम की मुद्रा में आना है.
वृक्षासन
वृक्षासन करने से घुटनों और एड़ियों का दर्द दूर होता है. ये तनाव को दूर करने के साथ में बच्चों की हाईट बढ़ाने में मदद करता है.

कैसे करें
सीधे खड़े होकर एक पैर को धीरे से दूसरे पैर पर मोड़कर रखेंगे. सांस अंदर लेते हुए दोनों हाथों को सीधा करना है. ऊपर की तरफ़ हाथों को नमस्कार की मुद्रा में जोड़कर रखना है. कुछ देर इसी मुद्रा में रहना है. फिर धीरे-धीरे वापस आएंगे.
अधोमुख श्वानासन
ये आसन रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है और कंधों की अकड़न को दूर करता है. इसके अलावा ये आसन करने से पाचन क्रिया और ब्लड का सर्कुलेशन भी दुरुस्त रहता है.

कैसे करें
इसे करने के लिए ज़मीन पर घुटनों के बल खड़ हो जाएं. अपने हाथों को आगे की तरफ़ लेकर जाएं और कमर के बीच से शरीर को उठाने की कोशिश करें. इस तरह V शेप की मुद्रा बनाने का प्रयास करें. कुछ देर इसी मुद्रा में रुके रहें. फिर धीरे से आराम की मुद्रा में आ जाएं.
त्रिकोणासन
ये आसन शरीर के हिस्सों जैसे कमर, पेट आदि से अतिरिक्त चर्बी को दूर करने में मदद करता है. इससे मांशपेशियां मज़बूत होती हैं और पीठ का दर्द दूर होता है.

कैसे करें
दोनों पैरों पर खड़े होकर उनके बीच थोड़ा गैप बनाएंगे. बाएं पैर को सीधा रखते हुए दूसरे पैर को उसके विपरीत रखेंगे. फिर हाथों को उठाकर दांए पैर की तरफ़ झुकना है. एक हाथ ऊपर और एक हाथ नीचे पैर पर होगा. ऊपर की ओर किसी एक पॉइंट पर फ़ोकस करना है. कुछ देर इसी मुद्रा में रहते हुए फिर से आराम की मुद्रा में वापस आ जाना है.
कुर्सी आसन
इस आसन को करने से हाथों को आराम मिलता है. गर्दन का दर्द दूर होता है. साथ ही सिर और गले में ख़ून का संचार बढ़ता है, जिससे बॉडी रिलैक्स होती है.

कैसे करें
सीधे खड़े हो जाएं और फिर हाथों को सामने की ओर फैलाएं. अब दोनों हाथों के बीच दूरी रखते हुए धीरे-धीरे शरीर को इस तरह मोड़ें, कि आपके शरीर का आकार कुर्सी पर बैठा हुआ दिखाई दे. इस स्थिति में कुछ देर रूकें और फिर धीरे-धीरे आराम की मुद्रा में आ जाएं.
नौकासन
नौकासन करने से घुटने, कमर और फेफड़े मजबूत होते हैं. पाचन तंत्र ठीक होता है और पीठ दर्द भी दूर होता है.

कैसे करें
पेट के बल लेटते हुए दोनों पैरों को सीधे रखें और हाथों को जोड़ लें. अब हाथों और पैरों को एक साथ ऐसे उठाएं जैसे कि कोई नाव दिखाई देती है. अपने सारे शरीर का बैलेंस नाभी पर केंद्रित करने की कोशिश करें. कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर वापस आ जाएं.
इसे पीठ के बल लेटकर भी किया जा सकता है. उस मुद्रा में भी आपको पैरों और हाथों को एक दिशा में उठाते हुए नाव की तरह पोज़ बनाना होगा.
भुजंगासन
इस आसन को करने से तनाव और थकान दूर होती है. साथ ही इसे करने से रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है.

कैसे करें
पेट के बल लेट जाइए. दोनों हाथ की हथेलियों को छाती के दोनों साइड रख देते हैं. पैरों को फैलाते हुए सांस लेते हुए ऊपर की ओर हाथों के बल उठें.
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन से एकाग्रता में सुधार होता है और मन शांत होता है. पीठ दर्द ठीक होता है, पाचन क्रिया को दुरुस्त रहती है.

कैसे करें
पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं. दोनों पैरों को सीधा रखते हुए बिना घुटनों को मोड़े, दोनों हथेलियों को पैर के तलवों पर ले जाएं. फिर सिर को पैरों से लगा लें. इस मुद्रा में कुछ देर रहने के बाद वापस आएं.
बालासन
ये आसन संपूर्ण शरीर को आराम देता है. ये आसन दिमाग को शांत कर पीठ और गर्दन के दर्द दूर करता है.

कैसे करें
घुटनों पर बैठते हुए अपनी ऐड़ियों पर बैठ जाएं. हाथों को पैरों की तरफ़ ले जाते हुए सिर को आगे झुकाएं. इसी मुद्रा में रहते हुए कुछ देर सांस लें. फिर आराम की मुद्रा में वापस आ जाएं.
सुखासन
इस आसन को करने से मन शांत होता है. मन की एकाग्रता सुधरती है. रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है.

कैसे करें
आराम से बैठ जाएं. दोनों पैरों को मोड़कर ऐसे रखें कि दाहिना पैर बाएं और बायां पैर दाहिने के नीचे रखा हो. दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर रखें. अब धीरे-धीरे सांस लें. कुछ देर इसी मुद्रा में बैठे रहें.
हैं ना आसान? तो कब से शुरू कर रहे हैं आप योग करना?