इंसान अक़सर कल की परवाह करते-करते आज को जीना भूल जाता है. इस वजह से कई बार हम वो रिश्ते खो देते हैं, जो शायद भविष्य में बेहतर हो सकते थे. हो सकता है कि इस तरह की कई कहानियां आपने पहले सुन भी रखी हो. अगर सुनी है, तो बहुत अच्छी बात है, लेकिन अगर नहीं सुनी है, तो आज आपको वनिका संग्टानी को सुनना चाहिये.
वनिका संग्टानी एक स्टोरीटेलर हैं और अक़सर ही अपनी कहानियों से लोगों को प्रेरित करती आई हैं. इस बार वनिका ने लोगों से Long Distance Dosti की कहानी साझी की है. ये कहानी वनिका और उनकी स्कूल दोस्त राधिका के बारे में है. स्कूल में दोनों बेस्टफ़्रेंड थीं और एक-दूसरे के बिना एक पल नहीं रह पाती थीं.
वहीं जब स्कूल ख़त्म होता है, तो राधिका करियर बनाने मुंबई चली जाती है और वनिका दिल्ली में रहती है. लोगों का Long Distance रिलेशनशिप होता है, लेकिन इनकी Long Distance दोस्ती थी. वो दोस्ती जिसमें धीरे-धीरे दूरियां आने लगी थीं. राधिका से दोस्ती न टूटे. इसके लिये वनिका कई बार गु़स्सा घोल कर पी गई. दोस्त नाराज़ न हो, इसलिये वनिका उससे वो सारी बातें कभी नहीं कह पाई, जो उन्हें अंदर ही अंदर चुभने लगी थीं.
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इससे पहले कि दोनों की बीच लड़ाई-झगड़े बढ़ते और दोस्ती टूटती. वनिका ने राधिका को भूलना ठीक समझा. दोनों के बीच लड़ाई नहीं थी, लेकिन बातचीत होना बंद हो गई थी. जैसे ही वनिका, राधिका को भूलने लगी उसने फिर वनिका की ज़िंदगी में एंट्री ले ली. वनिका कहती है कि उस दिन उन्होंने अपनी दोस्त से वो सारी बातें कह दी, जो उनके दिल में थी. दिल की बात कहने के बात दोनों ने एक-दूसरे के गले भी मिले, लेकिन पहले जैसा कुछ नहीं था.
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वनिका कहती हैं कि हम लोग अक़सर कल के बारे में सोचते हुए आज को नहीं जी पाते. जबकि हमें ऐसा नहीं करना चाहिये. हमारे पास आज जो है उसे खुल कर जीओ, क्योंकि पता नहीं है जो हमारे पास है वो कल हो न हो. वनिका की स्टोरी से ये भी साफ़ होता है कि इंसान भी बदलता है और उसके रिश्ते भी. इसलिये बेहतर होगा कि हम उसके बारे में ज़्यादा न सोचें और ज़िंदगी को ज़िंदगी के हिसाब से जीयें.
बेहतर होगा कि इस कहानी को बेहतर तरीक़े से समझने के लिये आप वनिका का पूरा वीडियो ध्यान से सुनें और अपनी राय दें.