आपने गन और राइफ़ल के बारे में ज़रूर सुना और उन्हें देखा भी होगा. ये घातक हथियारों की श्रेणी में आते हैं जिनका इस्तेमाल पुलिस व देश की सेना द्वारा किया जाता है. वहीं, कई मालमों में और कई बातों को ध्यान में रखकर लाइसेंस पर भी आर्म्स दिए जाते हैं. वहीं, बिना लाइसेंस के आर्म्स रखना ग़ैरक़ानूनी माना जाता है जिसके लिए सज़ा का भी प्रावधान है. लेकिन, क्या आप गन और राइफ़ल के बीच का अंतर जानते हैं? आइये, इस ख़ास लेख में हम आपको इन दोनों के बीच अंतर के साथ-साथ इन दोनों के अंतर्गत कौन-कौन से हथियार आते हैं वो भी बताएंगे. लेकिन, सबसे पहले जातने हैं गन पाउडर के आविष्कार के बारे में.
गन पाउडर का आविष्कार?
फ़ायर आर्म्स का आविष्कार या इसकी शुरुआत गन पाउडर यानी बारूद के आविष्कार से जुड़ी है. वहीं, माना जाता है कि बारूद का आविष्कार 1 हज़ार साल से भी पहले चीन में हुआ था. इसके बाद ही फ़ायर आर्म्स बनने शुरु हुए और समय के साथ-साथ विश्व भर में विभिन्न प्रकार के फ़ायर आर्म्स का इस्तेमाल किया जाने लगा. फ़ायरआर्म्स यानी वो हथियार जिनके अंदर गोली, मिसाइल या बारूद से भरे शेल्स भरे जाते हैं और जो इन्हें तेज़ वेग से बाहर की तरफ़ छोड़ते हैं. इन फ़ायरआर्म से पहले लड़ाइयों में घातक हथियारों का इस्तेमाल होता आया है, लेकिन इनके आने से आधुनिक लड़ाइयों की छवि बिल्कुल ही बदल दी.
क्या है गन?
गन को हिंदी में बंदूक कहा जाता है. ये कोई एक हथियार नहीं है बल्कि इसका दायरा बहुत बड़ा है. इसमें कैनन, टैंक गन और हॉवित्जर जैसे आर्टिलरी हथियार आते हैं. आर्टिलरी यानी वो भारी सैन्य हथियार जिनके ज़रिए बारूदी गोली या गोले दूर तक फ़ेंके जाते हैं. इन्हें breech-loaded weapons भी कहा जाता है क्योंकि इनमें चेंबर बने होते हैं जिनमें बारूदी शेल्स भरकर छोड़ा जाता है. वहीं, गन्स कई प्रकार की होती हैं जैसे मशीन गन, ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली गन व हंटिंग गन. वहीं, और भी कई प्रकार की गन होती हैं.
राइफ़ल क्या होती है?
राइफ़ल भी एक breech-loaded weapon है, जिसमें बैरल यानी नली में गोलियां भरने के लिए चेंबर बने होते हैं. शुरुआती राइफ़ल आधुनिक राइफ़ल से थोड़ी अलग होती थीं. वहीं, शुरुआत में इससे एक बार में एक ही राउंड फ़ायर किया जाता था, लेकिन समय के साथ इनमें कई बदलाव किए गए और अब एक बार में कई राउंड फ़ायर किया जा सकता है.
आइये, अब दोनों के बीच कुछ ख़ास अंतर जान लेते हैं.
1. ये दोनों ही फ़ायर आर्म्स हैं, लेकिन गन वो हथियार है जिसमें मेटल ट्यूब होती है जो गोली को तेज वेग से आगे भेजती है. वहीं, राइफ़ल में लंबी बैरल यानी नली होती है जिसमें से गोली घूमते हुए टार्गेट तक जाती है.
2. गन का इस्तेमाल एक टीम या क्रू द्वारा किया जाता है और ये इसी तरह ही डिज़ाइन की जाती हैं. वहीं एक राइफ़ल का इस्तेमाल सिंगल व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है.
3. कैनन और मशीन गन जैसी गन भारी होती हैं. वहीं, राइफ़ल इनकी तुलना में कम भारी होती हैं.
4. गन का इस्तेमाल अक्सर टैंक, आर्टिलरी और बड़े युद्धों में किया जाता है. वहीं, दूसरी ओर राइफ़ल का इस्तेमाल ज़्यादातर शार्प शूटर करते हैं.
5. मोर्टार, तोप, मशीनगन, टैंक गन व हॉवित्ज़र गन के कुछ उदाहरण हैं. वहीं, एके-47 और एम16 राइफ़ल के कुछ प्रकार हैं.
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6. राइफ़ल की तुलना में गन का इस्तेमाल लंबी दूरी के टार्गेट के लिए किया जाता है.