Motivational Story: जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना की वजह से पिछले कुछ सालों से पढ़ाई बहुत प्रभावित हो रही है. बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे, जिससे उनकी कितनी तैयारी है कितनी नहीं ये पता करना मुश्किल था. मगर अब सब कुछ Back To Normal हो रहा है तो पढ़ाई भी अब वैसे ही होने लगी है, जैसे पहले होती थी. इस साल 10th और 12th की परीक्षाएं सही ढंग से हुईं, जिनमें कई राज़्यों के रिजल्ट आ चुके हैं. इसी में महाराष्ट्र के एक ऑटोड्राइवर का बेटा, जिसके पुणे के HSC एग्जामिनेशन 2021 (HSC Examination, 2021) के रिज़ल्ट आ चुके हैं और इसमें उसके मार्क्स देखकर उसके पिता ही नहीं सोशल मीडिया पर भी लोग हैरान हैं. इसका नाम गरुड़ सचिन बालू है और इसने 600 में से 592 मार्क्स हासिल किए हैं.

thelogicalindian

ये भी पढ़ें: मिलिए IAS ऑफ़िसर वरुण बरनवाल से जिन्होंने संघर्ष को सफलता में बदलकर इतिहास रचा

Motivational Story

वैसे एक मिडिल क्लास परिवार के लिए उनके बच्चे ही उनका घमंड होते हैं और इस ऑटोरिक्शा ड्राइवर के बेटे ने अपने पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. इस मार्कशीट को LinkdIn पर विकास अरोड़ा नाम के यूज़र ने शेयर किया है, उन्होंने कैप्शन में लिखा, 

ये भी पढ़ें: बैक बेंचर से लेकर चौथे प्रयास में IPS परीक्षा पास करना, इस ऑफ़िसर की कहानी प्रेरणादायक है

ऑटोड्राइवर अपने बेटे की मार्कशीट उसे बहुत ख़ुशी से दिखा रहा था. मां-बाप तो हमेशा ही अपने बच्चे की सफलता और समृद्धि की कामना करते हैं और बच्चा उनकी प्रार्थना को सच कर दिखाए तो इससे बड़ी गर्व की बात और कुछ नहीं होती. ऐसी ही कुछ ख़ुशी ऑटो ड्राइवर के चेहरे पर भी थी.
indiatimes

DNA की रिपोर्ट के अनुसार, विकास अरोड़ा एक काम के सिलसिले में इस ऑटोरिक्शा ड्राइवर के ऑटो में बैठे थे, तब ही ऑटो ड्राइवर पिता ने विकास को अपने बच्चे की मार्कशीट दिखाई. विकास अकोला से ट्रैवल कर रहे थे. बेटे की मार्कशीट दिखाते हुए इस पिता ने कहा, ‘मेरे बेटे के ऐसे मार्क्स आए हैं, वो दिमाग़ का काफ़ी तेज़ है.’ अपने बेटे की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए उनके आंखों में आंसू थे. उनके बेटे ने इस साल 12वीं के एग्जाम दिए थे.

thenewsminute

आपको बता दें, इस पोस्ट को अभी तक लगभग 62 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. साथ ही कई लोगों ने इस पर कमेंट भी किया है. कमेंट में कई लोगों ने सचिन की फ़्यूचर एजुकेशन में मदद करने की बात भी कही है. सचिन की कहानी हर बच्चे के लिए प्रेरणा (Motivational Story) है.