हमारे देश में सेक्स एजुकेशन की कमी है. इसलिए प्रजनन स्वास्थ्य(Reproductive Health) से संबंधित कई ग़लत धारणाएं लोगों के बीच फैली हैं. मसलन गर्भनिरोधक गोलियों को ही ले लीजिए. इन्हें इस्तेमाल करने से आज भी यहां लोग कतराते हैं. वो सोचते हैं कि इनके फ़ायदे कम साइड इफ़ेक्ट ज़्यादा हैं.
गर्भनिरोधक गोलियों(Contraceptive Pills)से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथकों की सच्चाई बताई है डॉक्टर नेहा बोथरा ने. नेहा जी मुंबई के फ़ोर्टिस अस्पताल में बतौर Gynecologist And Obstetrician (स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ) कार्य करती हैं. चलिए वो इस संदर्भ में क्या कहती हैं ये भी जान लेते हैं.
1. गर्भनिरोधक गोलियां वजन बढ़ाती हैं

ये एक ग़लत धारणा है. पहली पीढ़ी की गर्भनिरोधक गोलियों का ये साइड इफ़ेक्ट था. लेकिन नेस्क्ट जेनरेशन की गोलियों में ऐसा कुछ नहीं है. बल्कि ये तो उल्टा वज़न कम करने में मदद करती हैं जिन्हें Polycystic Ovary Syndrome (PCOS) होता है.
2. इनसे प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है

इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Contraceptive Pills किसी भी तरह से प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती हैं. ये बस Ovulation और प्रेग्नेंसी को ही रोकती हैं.
3. एक च्रक(साइकल) में एक दो गोलियों को मिस करना सही है?

कई बार महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियां खाना भूल जाती हैं. इससे प्रेगनेंट होने की संभावना बढ़ जाती है. इससे Spotting और Mid-cycle Bleeding की भी समस्या हो सकती है. इसलिए गोली मिस होने पर स्त्री रोग विशेषज्ञ से ज़रूर सलाह लें.
4. मुंहासे और अनचाहे बाल

लोगों को लगता है कि इन्हें खाने से मुंहासे और बालों की ग्रोथ असामान्य होने लगती है जैसे मूंछ और चेहरे पर. लेकिन आजकल जो गोलियां बन रही हैं उनमें Progesterone की मात्रा ऐसी होती है जिससे मुंहासे और अनचाहे बालों की समस्या खड़ी नहीं होती.
5. इन्हें बिना किसी का परामर्श लिए खाया जा सकता है?

वैसे तो ये गर्भनिरोधक गोलियां खाना सुरक्षित है, लेकिन जो महिलाएं किसी भी जेनेटिक बीमारी से पीड़ित हैं या मोटापा से परेशान हैं और धूम्रपान आदि करते हैं उन्हें इनको खाने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए.
अब गर्भनिरोधक गोलियों से जुड़े इन मिथकों पर कभी विश्वास मत करना और न दूसरों को करने देना.