भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिक नंबी नारायणन की बायोपिक ‘रॉकेट्री: द नंबी इफ़ेक्ट’ का ट्रेलर 1 अप्रैल को लॉन्च हो चुका है. ट्रेलर बेहद शानदार नज़र आ रहा है. इस फ़िल्म में आर माधवन मुख्य भूमिका में होंगे. जबकि शाहरुख़ ख़ान इस फ़िल्म पत्रकार की भूमिका में नज़र आएंगे.

कौन हैं नांबी नारायणन?

नंबी नारायणन इसरो वैज्ञानिक और एयरोस्पेस इंजीनियर हैं. नांबी दुनिया के इकलौते ऐसे अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं, जिनके द्वारा बनाया गया अंतरिक्ष इंजन ‘विकास’ आज तक एक भी लॉन्चिंग में फ़ेल नहीं हुआ है. इस इंजन का नाम उन्होंने अपने मार्गदर्शक व महान वैज्ञानिक ‘विक्रम साराभाई’ के नाम पर रखा था.

wikipedia

नंबी को किस आरोप में फंसाया गया था? 

साल 1994 में केरल पुलिस ने नारायणन को फर्जी केस में फंसाया था. तब राज्य में के. करुणाकरन की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार थी. इस दौरान नारायणन के साथ एक अन्य वैज्ञानिक डी. शशिकुमारन को भी फर्जी तरीके से फंसाया गया था. इन दोनों पर आरोप था कि उन्होंने मालदीव की दो महिलाओं मरियम राशीदा और फौजिया हसन को अंतरिक्ष अनुसंधान के गुप्त दस्तावेज लीक किए हैं.

bbc

भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के सहकर्मी रहे नंबी नारायणन को पुलिस हिरासत में कई यातनाएं दी गईं. कई साल तक केस चलने के बाद सीबीआई जांच में रिहा होने पर नंबी नारायणन ने उनके ख़िलाफ़ षड्यंत्र रचने वाले सभी लोगों पर मुकदमा किया. इस दौरान वो इस लड़ाई को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर गए और बेदाग बरी हुए.

ये भी पढ़ें- पेश हैं ‘सिविल सेवा परीक्षा’ में पूछे गए 15 ऐसे अजीबो-ग़रीब सवाल, जिन पर आप विश्वास नहीं करेंगे

thenewsminute

सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फ़ैसला 

वैज्ञानिक नंबी नारायणन को गिरफ़्तार किए जाने के लगभग 24 साल बाद 14 सितंबर, 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने माना कि नारायणन को ग़लत तरीके से गिरफ़्तार किया गया और यातनाएं दी गईं. इस दौरान कोर्ट ने 8 सप्ताह के अंदर उन्हें मुआवजे का भुगतान करने के आदेश भी दिए.

starsunfolded

नंबी नारायणन देश के सबसे होनहार अंतरिक्ष वैज्ञानिकों में से एक हैं, लेकिन इस संघर्ष में जितना व्यक्तिगत नुक़सान उनका हुआ उतना ही देश का भी हुआ. कुछ लोगों की साजिश के चलते नंबी नारायणन के जेल जाने के बाद भारत अंतरिक्ष विज्ञान में दशकों पीछे चला गया था. ख़ुद पर लगे आरोपों से बरी होने के बाद उन्होंने वापसी कर देश को फिर से दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों की दौड़ में शामिल कर दिया.

bbc

दरअसल, 3 साल पहले अभिनेता आर. माधवन ने जब नंबी नारायणन के बारे में पढ़ा तो वो इससे ख़ासे प्रभावित हुए. इसके बाद उन्होंने केरल जाकर नंबी नारायणन से मुलाक़ात की. इस दौरान माधवन ने उनके साथ रहकर ख़ुद ही फ़िल्म ‘रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट’ की कहानी लिखी. इस फ़िल्म में ऐसी तमाम रोचक घटनाएं हैं जिन्हें देखकर दर्शक सिहर उठेंगे.

bbc

हाल ही में अभिनेता आर. माधवन और वैज्ञानिक नंबी नारायणन ने फ़िल्म को लेकर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात भी की थी. इस दौरान पीएम मोदी इस फ़िल्म से बेहद प्रभावित भी हुए थे.

माधवन ने सोशल मीडिया पर पीएम से मुलाक़ात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ‘कुछ हफ़्ते पहले मैं और नंबी नारायणन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मिले. इस दौरान हमने फ़िल्म ‘रॉकेट्री: द नंबी इफ़ेक्ट’ को लेकर बात की. प्रधानमंत्री फ़िल्म में नंबी जी के साथ हुए अन्याय को देखकर बेहद भावुक हो गए थे’.

माधवन के इस ट्वीट पर प्रधानमंत्री ने जवाबी ट्वीट करते हुए लिखा, ‘माधवन और नंबी नारायणन से मिलना सुखद रहा. ये फ़िल्म एक महत्वपूर्ण विषय की बात करती है जिसके बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानना चाहिए. हमारे वैज्ञानिकों और तकनीशियनों ने देश के लिए बड़े बलिदान किए हैं, इनकी झलकियां मैंने ‘रॉकेट्री’ फ़िल्म में देखीं हैं’.

आर माधवन की ये ड्रीम फ़िल्म इस साल जून में रिलीज़ होने जा रही है.