अगर अच्छा आहार न लिया जाये, तो इसका असर शरीर पर ही नहीं, बल्कि दिमाग पर भी होता है. मस्तिष्क को लगातार पोषण की ज़रूरत होती है, जो जंक फूड से पूरी नहीं हो पाती. नतीजन, कई मानसिक बीमारियां होने का ख़तरा बढ़ जाता है, जिनमें डिप्रेशन प्रमुख है. अवसाद के जोखिम को कम करने के लिए अच्छा आहार लेना बेहद ज़रूरी है.
ये हैं वो 9 पोषक तत्व, जिनकी कमी से हो सकता है डिप्रेशन:
1. Omega-3 Fats
दिमाग में पाए जाने वाले Neuron Cells के लिए ये बेहद ज़रूरी होता है. अगर खाने में ये प्रचुर मात्रा में न हो, तो अन्य हानिकारक तत्व इसकी जगह लेने लगते हैं और दिमाग में सूजन आ सकती है.
2. Iodine
थाइरोइड के लिए आयोडीन बहुत अहम होता है. आयोडीन का औसत सेवन एक दिन में 800 Mcg होना चाहिए, जो घट कर 138–350 Mcg ही रह गया है.
3. Zinc
Neurotransmitter के बनने और ठीक से काम करने के लिए ये बेहद ज़रूरी है. पाचन क्रिया में भी ये अहम भूमिका निभाता है.
Zinc की तरह Magnesium भी जैव रासायनिक क्रियाओं के लिए ज़रूरी होता है. स्वस्थ दांतों, हड्डियों के लिए भी इसकी ज़रूरत होती है. Serotonin, Dopamine, और Norepinepherine जैसे Enzymes को सक्रिय करने में Magnesium सहायता करता है.
5. Vitamin D
दिमाग में कई विटामिन D Receptors होते हैं. इसे प्रचुर मात्रा में लेने से दिमाग स्वस्थ रहता है.
6. Selenium
Selenium भी आयोडीन की ही तरह थाइरोइड के काम करने के लिए चाहिए होता है. थाइरोइड स्वस्थ हो, तो दिमाग भी स्वस्थ रहता है. ये Glutathione के बनने में भी सहायता करता है, जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट है.
7. Iron
आयरन की कमी मर्दों से ज़्यादा औरतों में देखी जाती है. इससे एनीमिया होता है, जिसके लक्षण डिप्रेशन से मिलते-जुलते होते हैं. विटामिन C युक्त चीज़ों को आयरन युक्त पदार्थों के साथ लेना चाहिए.
8. B Complex
Neurotransmitter के बनने में सभी 11 B विटामिन्स की भूमिका होती है. B12 मस्तिष्क द्रव्यमान बनाए रखने में सहायता करता है, जिससे डिमेंशिया जैसी बीमारियां नहीं होतीं. Homocysteine का स्तर कम कर के ये डिप्रेशन का ख़तरा भी कम करता है.
9. Vitamin C
इसकी कमी से कई परेशानियां होने का ख़तरा बना रहता है, जिनमें डिप्रेशन भी शामिल है. खाने का मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रखने में बड़ा हाथ होता है. इसके लिए खट्टे फल, जैसे निम्बू, कीवी और संतरे खाने की सलाह दी जाती है.