साबुन और पानी से ज़्यादा अब लोग Hand Sanitizer का इस्तेमाल करते हैं. कही बाहर से आए या कुछ गंदगी लग गई तो फ़ट से सैनिटाइज़र से हाथ साफ़ कर लिए. मगर क्या आप जानते हैं आपकी ये आदत अच्छी नहीं है. बार-बार सैनेटाइज़र का इस्तेमाल करना हाथों के लिए अच्छा नहीं होता है. कई बार आप सैनिटाइज़र का कुछ ज़्यादा ही इस्तेमाल कर लेते हैं.  

1. हैंड सैनिटाइज़र में ट्राइक्लोसान नाम एक कैमिकल होता है, जिसे हाथ की स्किन सोख लेती है. इसके ज़्यादा इस्तेमाल से ये कैमिकल आपकी त्वचा से हुते हुए आपके ब्लड में मिल जाते हैं. रक्त में मिलने के बाद ये आपकी मांसपेशियों के ऑर्डिनेशन को नुकसान पहुंचाते हैं.

2. सैनिटाइज़र में एल्कोहल की मात्रा होने की वजह से ये बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं, ख़ासकर अगर जब बच्चे इसे नादानी में निगल लें. 

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3. सैनिटाइज़र में विषैले तत्व और बेंजाल्कोनियम क्लोराइड होता है, जो हमारी त्वचा के लिए अच्छा नहीं होता है. इससे त्वचा में जलन और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

4. सैनिटाइज़र में ख़ुशबू के लिए फ़ैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, जिस सैनिटाइज़र में इसकी मात्रा ज़्यादा होती है, वो हानिकारक होते हैं. इस तरह के अत्यधिक ख़ुशबू वाले सैनिटाइज़र लीवर, किडनी, फेंफड़ों और प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं.

5. इसके ज़्यादा इस्तेमाल से त्वचा ड्राई हो जाती है.

6. कई रिसर्च के अनुसार, इसका ज़्यादा प्रयोग बच्चों की इम्यूनिटी को भी घटाता है.

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7. इसके ज़्यादा इस्तेमाल में बच्चे न होने की समस्याएं हो जाती हैं.

8. Bisphenol A एक प्रकार का कैमिकल है, जो कैंसर का भी कारक बन सकता है. हैंड सैनिटाइज़र के इस्तेमाल के तुरंत बाद Bisphenol A युक्त किसी चीज़ को छूने से उसके शरीर में घुसने की संभावना पूरी होती है.

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9. अगर आप सोचते हैं कि हैंड सैनिटाइज़र का प्रयोग करने के बाद हाथों की सफ़ाई हो जाती है, तो जान लो कि इससे फ़ैट और शुगर जैसी चीज़ें साफ़ नहीं होतीं. जैसे, बटर पॉपकार्न को खाने के बाद सैनिटाइज़र से हाथ धोना काफ़ी नहीं होता है.

10. सैनिटाइज़र कैा इस्तेमाल करने के बाद हाथों से कीटाणु जाते नहीं है, बल्कि वो हाथों में ही रह जाते हैं. 

iflscience

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