कहते हैं कि इस धऱती से कोई भी जीव ख़त्म होता है, तो उसका नकारात्मक असर पर्यावरण पर पड़ेगा. मगर इंसान ही एकमात्र इस पृथ्वी का ऐसा निवासी है, जिसके विनाश से धरती एक बार फिर संवर जाएगी. ये बात सुनने में चुभती है, मगर हक़ीक़त है. क्योंकि हम जिस तरह पर्यावरण को नुक़सान पहुंचा रहे हैं, वैसा कोई भी जीव नहीं करता.

मिट्टी से लेकर हवा और पानी तक, वो हर चीज़ जो हमें ज़िंदगी देती है, हम इंसान उन्हीं को मौत के घाट पर उतारने को आमादा हैं. ख़ासतौर से हमारी नदियां, जिनमें हम हर रोज़ ज़हर घोलते जा रहे हैं. इस बात से वाकिफ़ होते हुए भी कि यही ज़हर बाद में हमें पीना पड़ेगा. 

ऐसे में आज हम दुनियाभर की उन नदियों की तस्वीरें लेकर आए हैं, जो कभी इंसानों को जीवन देती थीं, मगर आज खुद जि़ंदगी के लिए तरस रही हैं.

1. गंगा नदी, भारत

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गंगा नदी भारत की सबसे बड़ी नदी है. इसके जल को अमृत माना जाता है, लेकिन आज हमने इसमें अपनी लापरवाही का ज़हर घोल दिया है. गंगा नदी में हर रोज़ क़रीब एक अरब गैलन से अधिक ज़हरीला कचरा प्रवेश करता है. 

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2. यमुना नदी, भारत

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यमुना नदी भारत की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक है. इसमें लगभग 85 प्रतिशत प्रदूषण घरेलू और औद्योगिक स्रोतों के कारण होता है. इसका पानी इतना प्रदूषित हो चुका है कि न तो अब इससे नहा सकते हैं न ही घरेलू ज़रूरतों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. यहां तक कि पानी के अंदर रहने वाले जीवों के लिए भी ये नदी ज़हर बन चुकी है.

3. सिटारम नदी, इंडोनेशिया

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इंडोनेशिया में सिटारम नदी प्रदूषण से बेहाल है. क्योंकि यहां उद्योगों से आने वाला 53 फ़ीसदी पानी बिना उपचार के ही नदियों में मिल जाता है. इसके साथ ही सीवेज, कृषि अपशिष्ट समेत बाकी कचरा भी इसमें गिराया जाता है.

4. पासिग नदी, फिलीपींस

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मनीला, फिलीपींस में पासिग नदी 1990 में इतनी प्रदूषित थी कि पारिस्थितिकीविदों ने इसे ‘जैविक रूप से मृत’ घोषित कर दिया. हालांकि, इसकी साफ़-सफ़ाई के लिए प्रयास किए गए हैं, जिसके बाद एक बार से नदी में कुछ जान वापस आई है.

5. टिएटे नदी, ब्राज़ील

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ब्राज़ील के साओ पाउलो में टिएटे नदी 1,150 किमी लंबी है. इसकी सहायक नदी पिनहेरोस सबसे ज़्यादा प्रदूषित है. प्रदूषण के बड़े हिस्से के लिए घरेलू कचरा ज़िम्मेदार है. हालांकि, इस नदी को साफ़ करने की कोशिशें की जा रही हैं.

6. यलो नदी, चीन

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इस नदी को चीनी सभ्यता का उद्गम स्थल माना जाता है. इसके बावजूद 80 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सा नदी प्रदूषित है. नदी पर बांध बनाए जाने, गिरते जलस्तर, अत्यधिक मछली पकड़ने से नदी में पाए जाने वाली एक तिहाई मछलिओं की प्रजाति ख़त्म हो चुकी है. 

7. बूढ़ी गंगा नदी, बांग्लादेश

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बांग्लादेश में बूढ़ी गंगा नदी को मृत नदी कहा जाता है और गर्मियों में इसका पानी एकदम काला दिखाई देता है. नदी में बायो डिज़ाल्व ऑक्सिजन (बीओडी) की मात्रा खतरे के ऊपर है. साथ ही, धातुओं की उच्च सांद्रता भी पाई गई है.

8. नील नदी, मिस्र

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नील नदी मिस्र की सबसे महत्वपूर्ण नदी है. एक तरह से ये इस देश की जीवनरेखा है. मगर बावजूद इसके हर साल नदी में 150 मिलियन टन औद्योगिक कचरा डंप किया जाता है. यहां से 43 मछलियों के नमूने लिए गए, जिनमें क़रीब 75 प्रतिशत मछलियों के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल में माइक्रोप्लास्टिक्स थे. 

9. मरे-डार्लिंग बेसिन, ऑस्ट्रेलिया

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ऑस्ट्रेलिया में मरे-डार्लिंग बेसिन अन्य शहरों के साथ एडिलेड को 50 फ़ीसदी पानी की आपूर्ति होती है. फिर भी इसकी सफ़ाई पर ध्यान नहीं दिया जाता. इस नदी में अधिकांश प्रदूषण के लिए घरों से सेप्टिक रिसाव, दूषित तूफानी जल अपवाह और रेत डंपिंग शामिल हैं.

10. डेन्यूब नदी, यूरोप

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डेन्यूब नदी अब यूरोप की सबसे दूषित नदियों में से एक है. इसके पीछे बहुत हद तक एंटीबायोटिक दवाएं ज़िम्मेदार हैं. मध्य और पूर्वी यूरोप के जिन नौ देशों से होकर ये नदी गुज़रती है, उन सभी जगह शोधकर्ताओं नेे सुरक्षा सीमा से ऊपर सात एंटीबायोटिक दवाओं के सैंपल पाए हैं.