कहीं भी जा पाने की आज़ादी, मानव अधिकारों के अंदर आती है. बाहर देश तो छोड़िए ये सोचिए आपको अपने ही देश में कुछ जगहों पर इसलिए एंट्री न मिले क्योंकि आप ‘भारतीय’ हैं. हां, सुनने में अजीब और अविश्वसनीय सा लग रहा है मगर ये सच है. हैरानी की बात तो ये है कि इनमें से कई जगहों के मालिक ख़ुद भारतीय हैं.
आइए बताते हैं उन जगहों के नाम:
1. रेड लॉलीपॉप हॉस्टल, चेन्नई

यह बैकपैकर हॉस्टल चेन्नई के मंडावेली में है. यहां सिर्फ़ उन लोगों को रहने की इजाज़त है जिनके पास विदेशी पासपोर्ट है. हालांकि इस हॉस्टल में केवल वो भारतीय ठहर सकते हैं जिनके पास विदेशी पासपोर्ट हो.
2. ‘फ़ॉर्नर्स ओन्ली’ बीच, गोवा

गोवा में कई ऐसे निजी बीच हैं, जहां भारतीयों को जाने से रोका जाता है. यहां के बीच मालिकों का तर्क़ है कि ऐसे वे ‘बिकीनी पहने विदेशी पर्यटकों’ को छेड़खानी से बचाने के लिए करते हैं. गोवा का अंजुना बीच एक ऐसा ही बीच है, जहां भारतीय नहीं देखे जाते. इन बीचों की रखवाली गोवा के स्थानीय लोग ही करते हैं. वहां देशी पर्यटकों को जाने नहीं दिया जाता है.
3. नोरबुलिंका कैफ़े, धर्मशाला

धर्मशाला की सुन्दर मोनेस्ट्रियों और हरियाली के बीच ये कैफ़े किसी सुकून घर से कम नहीं है. मगर यहां भारतीयों का आना मना है.
4. रूसी कॉलोनी, कुंदनकुलम

यह कुंदनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना के पास एक आवासीय कॉलोनी है. भारतीय लोगों को इस कॉलोनी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. कॉलोनी रुसी लोगों से भरी हुई है जो इस पॉवर प्रोजेक्ट में काम करते हैं.
5. सकुरा रयोकान रेस्टोरेंट, अहमदाबाद

अहमदाबाद के इस यह जापानी रेस्टोरेंट में केवल जापानी लोग ही जा सकते हैं. जबकि यहां का मालिक भारतीय है.
6. ब्रॉडलैंड होटल, चेन्नई

चेन्नई में ‘फ़िरंग’ के तौर पर नाम बन चुके इस होटल में सख़्त ‘नो इंडियन पॉलिसी’ है. यहां वही लोग ठहर सकते हैं, जिनके पास विदेशी पासपोर्ट है.
7. ‘फ़ॉर्नर्स ओन्ली’ बीच, पॉन्डिचेरी

पॉन्डिचेरी में भी कुछ बीच ऐसे हैं, जिन्हें Foreigners Only Beach कहा जाता है. यहां भारतीय सैलानियों को जाने से रोका जाता है.