याद है… बचपन में गली के नुक्कड़ वाली दुकान पर कांच की बर्नी में पिली, नारंगी, गुलाबी, भूरे रंग की टॉफ़ियां मिलती थी. इन टॉफ़ियों को हम घंटों तक अपने मुंह में दबाए चटखारे लेते थे और फिर एक दूसरे को अपनी रंग-बिरंगी जीभ दिखाया करते थे. कितने अच्छे और सरल दिन थे वो भी!
बचपन की इन सुनहरी यादों के लिए हमें पुणे की ‘गांधी गोली’ दुकान का शुक्रिया अदा करना कहना चाहिए. क्योंकि ये दुकान आज भी हमारे बचपन की उन यादों को बचाए हुए है.
पुणे के शुक्रवार पेठ इलाक़े में साल 1950 में स्थापित की गई ‘गांधी गोली’ दुकान आज भी बच्चों को मीठा बचपन दे रही है. इस ब्रांड ने हमें कई सारी टॉफ़ियां दी हैं जैसे-ऑरेंज स्लाइस कैंडी, पान मसाला, कच्ची कैरी, मिक्स फ्रूट और कई अन्य फ़्लेवर्स.
अफ़सोस की बात है, आज मार्केट में विदेशी टॉफ़ियों और चॉकलेट्स ने जगह बना ली है. जिसकी वजह से शहर में कम ही दुकानों पर आपको इस टॉफ़ी का अनुभव करने को मिलता है.
अगर आप भी फिर से बचपन की सुनहरी यादों में खोना चाहते हैं तो पता ही है कहां जाना है?