रात में उठ कर टॉयलेट जाना नॉर्मल चीज़ है. पानी पीने के बाद विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए हम अक्सर वॉशरुम जाते हैं, लेकिन अगर आपकी हर रात कई दफ़ा वॉशरुम में ही गुज़र रही है, तो समझ लीजिए ये अच्छी बात नहीं है.

आधी रात में बार-बार टॉयलेट जाने की इस समस्या को नोक्चुरिया कहा जाता है. 50 साल से अधिक उम्र के लोग इस समस्या से ज़्यादा परेशान होते हैं. सुनने में भले ही ये एक आम समस्या लगे, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि बार-बार नींद से उठकर टॉयलेट जाने की वजह से कई लोगों की नींद खराब होती है, जिससे आगे चलकर तनाव, चिड़िचिड़ापन और थकावट जैसी समस्याएं भी घर कर सकती हैं.

अगर आप भी इस समस्या की वजह से परेशान चल रहे हैं तो अपनी डाइट में एक छोटे से बदलाव के साथ ही इससे निजात पाया जा सकता है.

दरअसल जापान ने इसी सिलसिले में एक प्रयोग किया है. इसके तहत 321 लोगों को चुना गया और उनकी रोज़मर्रा की खाने की आदतों का बारीकी से अध्ययन किया गया.

इस रिसर्च में जो सामने आया, वो चौंकाने वाला था. जापान के इन वैज्ञानिकों ने पाया कि इन लोगों ने जब डाइट में नमक की मात्रा कम की, तो इनका वॉशरुम जाना भी अपने आप कम हो गया.

इस प्रयोग में शामिल होने वाले 223 लोगों को अपनी डाइट से 25 प्रतिशत नमक की कटौती करने की सलाह दी गई. ये लोग अब 10.7 ग्राम की जगह दिन में केवल 8 ग्राम नमक का ही सेवन कर रहे थे.

तीन महीनों तक ये डाइट फॉलो करने के बाद सामने आया कि डाइट में नमक की कटौती के साथ ही इन लोगों के रात में टॉयलेट जाने की औसत अवधि में भी कमी आई है. जहां पहले औसतन ये लोग 2.3 बार टॉयलेट जाया करते थे, वहीं ये संख्या अब घटकर महज 1.4 रह गई.

इसके अलावा जब 98 लोगों की डाइट में नमक की मात्रा को बढ़ाया गया, तो इनके रात में टॉयलेट के चक्कर ज़्यादा लगने लगे. इन लोगों ने अपने खाने में नमक की मात्रा को 9.9 ग्राम से 11 ग्राम बढ़ा दिया था. हालांकि एनएचएस अब भी नमक की इस मात्रा को ज़्यादा मानता है. एनएचएस के मुताबिक, लोगों को रोज़ाना 6 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए.

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रिसर्च में ये भी सामने आया कि डाइट में नमक की कमी से दिन में भी लोग अब वॉशरूम के कम चक्कर लगा रहे थे. लेकिन इस रिसर्च की सबसे खास बात यही थी कि नमक में कमी से लोगों की ज़िंदगी में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे थे.

ऐसा पहली बार है जब नमक की मात्रा और रात में बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या को एक साथ जोड़ कर देखा जा रहा है. आमतौर पर ऐसे मामलों में केवल इस बात पर फ़ोकस किया जाता रहा है कि कोई शख़्स कितना पानी पी रहा है, लेकिन इस दिलचस्प रिसर्च ने साबित किया है कि डाइट में ज़रा-सा बदलाव आपकी ज़िंदगी बेहतर बना सकता है.

अगर आप भी कई-कई बार वॉशरुम के चक्कर लगाने से तंग आ चुके हैं, तो अपने खाने में नमक की मात्रा का थोड़ा ध्यान रख लीजिएगा.