Signs Of Toxic Friends: दोस्ती वो रिश्ता है, जिसे हम ख़ुद चुनते हैं और इसीलिए इसे निभाने में पूरे दिल और जान लगा देते हैं. बुरा वक़्त आने पर सबसे पहले दोस्त के कंधे की ही ज़रूरत होती है, जब वो कह देता है न यार, परेशान नहीं हो सब ठीक हो जाएगा, ऐसा लगता है वाकई सब ठीक हो जाएगा. और दोस्त ही पार्टनर इन क्राइम होता है, तभी तो सच वहां बोलता है जहां झूठ की ज़रूरत हो ताकि मम्मी से चप्पलें पड़ें. दोस्त हो तो सब अच्छा होता है और सब अपने पक्ष में होता है, लेकिन अचानक से वो दोस्त बदला-बदला सा लगने लगे तो अजीब लगता है न. हालांकि, कोई भी बदलाव यूं ही नहीं होता है उसके पीछे कुछ न कुछ कारण ज़रूर होते हैं.

चलिए जानते हैं आख़िर कैसे पता चलता है बेस्ट फ़्रेंड कब टॉक्सिक फ़्रेंड (Signs Of Toxic Friends) में बदल रहा है:

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Signs Of Toxic Friends

1. जब दोस्त से बात करके सुकून न मिले

दोस्तों से बात करके सुकून मिलता है थकान दूर होती है और दिमाग़ शांत होता है, लेकिन जब दोस्त से बात करके ऐसा कुछ न लगे तब बेहतर ये होगा कि अपना दिमाग़ कहीं और लगाएं. या वो काम करें जिसमें आपको सुकून मिले.

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2. जब वो आपका मज़ाक उड़ाने लगा

आपका बेस्ट फ़्रेंड जब सबके सामने आपकी किसी बात को लेकर आपका मज़ाक उड़ाए, जिस बात को पहले वो सबके सामने छुपाता था. ऐसे में आपको उसके सामने सोच समझकर बोलना चाहिए और अगर दोस्ती में सोच-समझकर बोलना पड़े तो फिर ऐसी दोस्ती को टाटा-बाय-बाय बोलना सही रहेगा.

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3. जब आपको अनुसना करने लगे

आप अपनी परेशानी लेकर जाएं या कोई सीरियस बात अपने दोस्त से करें और वो आपकी बातों को उतना तवज्जों न दें जितना आप सोच रहे हैं ऐसे में समझ जाएं कि वो आपकी परेशानी को उतना सीरियस नहीं लेना चाहता जितना आप उससे उम्मीद करते हैं.  
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4. जब दोस्ती में सब आप ही करें

किसी भी रिश्ते में ताली दोनों हाथ से बजती है तभी वो रिश्ता चलता है, लेकिन जब आपकी दोस्ती में एकतरफ़ा स्थिति बन जाए. जैसे, बात करनी हो, कहीं घूमना हो या फिर हैंगआउट करना हो सबकी पहल जब आपको ही करनी पड़े और दूसरी तरफ़ से उसके बाद भी रिस्पॉन्स बहुत ठंडा मिले तो समझ लीजिए कि अब आपकी दोस्ती पहले सी नहीं रही.

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5. जब वो आपकी ग़लतियों को चिल्ला-चिल्ला कर बताए 

दोस्त हमेशा दूसरे दोस्त की ग़लतियों को छुपाते हैं, लेकिन जब दोस्त ग़लतियों को सबके सामने उजागर करके आपको नीचा दिखाने लगे तो ये दोस्ती कमज़ोर पड़ने का संकेत है. साथ ही, वो आपको ख़ुद से कमतर दिखाना चाहता है और ख़ुद को बेहतर.

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6. आपकी कामयाबी चुभने लगे

ज़िंदगी के हर पड़ाव पर दोस्त ही होता है जो आपकी हर कामयाबी का जश्न मनाता है एक तो ये कि वो दोस्त है दूसरा उसे पार्टी चाहिए, लेकिन वो ख़ुश सबसे ज़्यादा होता है. मगर जब वो आपकी कामयाबी से जलने लगे या उसे आपकी कामयाबी से कोई फ़र्क़ ही न पड़े और वो आपकी सफलता को नज़रअदाज़ कर दे तो समझ जाओ दूरी बनाने का वक़्त आ गया है.

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7. पीठ पीछे बुरा कहते सुनें

दोस्त तो किसी से अपने दोस्त की बुराई करते सुनकर उसका मुंह तोड़ देता है, लेकिन जब दोस्त ख़ुद पीठ पीछे बुराई करने लगे तो ये सबसे बुरा दिन होगा और पीठे पीठे बुराई करने से बुरा कुछ नहीं होता. क्योंकि आपका सच्चा दोस्त आपको कभी भी किसी के सामने छोटा नहीं पड़ने देगा. इसलिए जब बेस्ट फ़्रेंड ऐसा करे तो दोस्ती को उसी पल ख़त्म कर दो इससे पहले की वो और बुरा रूप ले.

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दोस्त सच्चा हो तो उसे सच्चे और अच्छे पड़ाव पर जाने दें टॉक्सिक (Signs Of Toxic Friends) न बनने दें.