दुनिया भर में लाखों-करोड़ों महिलाएं कैंसर से पीड़ित हैं. इससे लड़ने की सबसे कॉमन और Popular तकनीक है कीमोथेरेपी. इस तकनीक की मदद से कैंसर सेल्स को नष्ट कर दिया जाता है. लेकिन इसका एक नुकसान भी है, ये कैंसर सेल्स के साथ-साथ Healthy सेल्स को भी नष्ट कर देती है.
जर्मनी में साइंटिस्ट्स ने कैंसर के ट्रीटमेंट के लिए एक ऐसा तरीका ढूंढ लिया है, जो अगर इंसान पर परिक्षण के बाद सफ़ल रहा, तो इसे कैंसर ट्रीटमेंट के इतिहास की क्रान्ति कहा जाएगा.
Sperm से ठीक होगा कैंसर
महिलाओं में Reproductive Organ का कैंसर और Cervical कैंसर, स्तन कैंसर के बाद सबसे ज़्यादा पाया जाता है. अभी तक इसे ठीक करने के लिए कोई कारगार तकनीक नहीं विकसित की गयी थी और इस कैंसर में भी कीमोथेरेपी का सहारा लेना पड़ता था. वैज्ञानिकों की इस तकनीक में स्पर्म के ज़रिये, शरीर में एंटी-कैंसर ड्रग भेजा जाएगा, जो सीधे कैंसर सेल पर अटैक करेगा, बिना स्वस्थ कोशिकाओं को हानि पहुंचाए.
प्रकृति के इस नेचुरल तरीके को कैंसर ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल करने का आईडिया वैज्ञानिकों के दिमाग में उस वक़्त आया, जब उन्होंने देखा कि किस तरह से स्पर्म एक Egg को Fertilize करने के लिए संघर्ष करता है.
अभी तक ये प्रयोग लैब में किया गया है, जहां बैल के स्पर्म का इस्तेमाल किया गया. Bull स्पर्म काफ़ी हद तक ह्यूमन स्पर्म की तरह ही होता है. इस प्रयोग में स्पर्म में एंटी-कैंसर दवा Absorb की जाएगी. फिर इस स्पर्म को Metal Harness से कवर किया जाएगा. इसके बाद स्पर्म को बॉडी में इन्सर्ट किया जाएगा.
शरीर में पहुंचते ही स्पर्म Fallopian Tube की तरफ़ बढेंगे और कैंसर सेल को अटैक करेंगे. मेटल हर्नेस पर लगे Iron की वजह से डॉक्टर, उसे अपने हिसाब से प्रभावित एरिया में भेजा सकेंगे, ऐसा करने के लिए वो एक मैगनेट का इस्तेमाल करेंगे. इस परिक्रिया में स्पर्म कैंसर सेल को पूरी तरह से उखाड़ फेकेंगे और मेटल Harness बॉडी से Flush हो जाएगी.
इस प्रयोग में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि कहीं कोई महिला इस वजह से गर्भवती नहीं हो जाए. अगर ये सफ़ल रहा, तो कैंसर के इलाज में ये सबसे बड़ी कामयाबी मानी जाएगी.