Success Story Of Bose Music System: म्यूज़िक एक ऐसी भाषा या ज़रिया जो किसी को भी जोड़ सकता है, जिससे दिलों के मैल को साफ़ कर देता है. संगीत की भाषा सबको समज भी आती है. इस भाषा को लोगों तक एक बेहतरीन तरीक़े से पहुंचाने का काम किया है, Music System, Speakers और Headphones ने. वैसे तो बाज़ार में कई तरह के म्यूज़िक सिस्टम, हेडफ़ोंस और स्पीकर्स आते हैं, इन्हीं में से एक है Bose के प्रोडक्ट्स. इस ब्रांड ने अपनी ऐसी पहचान बनाई है कि ये लोगों के घर से लेकर कार तक उनकी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/maxresdefault-2-1.jpg?w=1024)
आइए, जानते हैं कि इस ब्रांड की शुरुआत कब और कैसे हुई थी?
Success Story Of Bose Music System
ये भी पढ़ें: YouTube था डेटिंग प्लेटफ़ॉर्म तो Netflix बेचता था DVD, जानिये ये 8 मशहूर ब्रांड पहले क्या करते थे
कौन थे अमर गोपाल बोस?
इस ब्रांड के जनक अमेरिकी Entrepreneur और शिक्षाविद अमर गोपाल बोस (Amar Gopal Bose) थे, जो एक प्रोफ़ेशनिस्ट इलेक्ट्रिकल और साउंड इंजीनियर भी थे. बोस एक मिडिल क्लास परिवार से थे, इनकी मां टीचर थीं तो पिता स्वतंत्रता सेनानी थे, जो ब्रिटिश हुक़ूमत के अत्याचार से बचते हुए सन् 1920 में बिना कुछ लिए United States में जाकर बस गए थे. इसलिए जब अमर बोस बड़े हुए तो उन्होंने घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वो बच्चों के खिलौने टॉय ट्रेन और रेडियो को रिपयेर करने लगे, जिससे उन्हें पैसे भी मिल जाते थे और उन्हें उपकरणों से छेड़छाड़ करना अच्छा भी लगता था.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/1605352494-Amar-Bose-in-his-childhood-with-his-parents-Noni-Gopal-Bose-and-Charlotte-Bose.jpg)
अमर बोस का जन्म 2 नवंबर 1929 को पेंसिलवेनिया (Pennsylvania) के फ़िलाडेल्फ़िया (Philadelphia) में हुआ था. इन्होंने Massachusetts Institute of Technology (MIT) से स्नातक, मास्टर और डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की. इसके बाद अपनी ज़िंदगी के 45 साल इसी यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफ़ेसर दिए.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/maxresdefault-1-3.jpg?w=1024)
अमर बोस को बचपन से ही स्टीरियो सिस्टम का बहुत शौक़ था, वो बड़े होने पर एक सिस्टम लेकर आए, लेकिन उसके साउंड को सुने के बाद वो निराश हो गए. तब सन् 1964 में अपने एडवाइज़र और प्रोफ़ेसर YW Lee की सलाह पर Massachusetts में ही Bose Corporation की शुरुआत की. इसकी शुरुआत करते हुए उन्होंने फ़ैसला लिया कि, वो ऐसा स्पीकर बनाएंगे जो लोगों को कॉन्सर्ट हॉल जैसा साउंड दे.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/bose-at-mit.webp?w=1024)
बिज़नेस की शुरुआत करते हुए अमर बोस ने सन् 1966 में Bose 2201 नाम का पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया, जो ज़्यादा कमाल नहीं दिखा पाया. इसके बाद, इन्होंने 1968 में Stereo Speaker System Bose 901 लॉन्च किया, जिसने मार्केट में धमाल मचा दिया और वो धमाल 1970 से लेकर आजतक जारी है. इसे जो कि था. यह सिस्टम सुपरहिट हुआ. इसके बाद कंपनी को 1970 से जो सफलता मिलनी शुरू हुई वो आज तक कायम है. इसे Bose का आदर्श मॉडल माना जाता है ये साल 2016 तक मार्केट में मिलता था.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/maxresdefault-15.jpg?w=1024)
Forbes के अनुसार,
साल 2007 में अमर बोस को दुनिया के 400 सबसे अमीर लोगों में से 271वें नम्बर पर रखा गया था. इनकी संपत्ति 1.8 बिलियन डॉलर बताई गई थी. हालांकि, साल 2009 में उनकी संपत्ति 1 बिलियन डॉलर पहुंचने पर वो अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो गए थे. साल 2016 तक दुनियाभर में बोस ने 11,700 लोगों को रोज़गार दिया हुआ था.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/Bose.jpg?w=1024)
अमर बोस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि,
उन्होंने बिज़नेस की शुरुआत कभी भी पैसों के लिए नहीं की थी. वो बिजनेस में इसलिए आए ताकि वो उन चीज़ों को कर पाएं जो वो करना चाहते हैं.
![Success Story Of Bose Music System](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/11/bose.png)
आपको बता दें, Bose के सिस्टम मक्का की मस्जिद अल हरम से लेकर रोम के Sistine Chapel और ओलम्पिक स्टेडियम जैसी बड़ी जगहों पर लगे हुए हैं. साल 2013 में अमर बोस का निधन हो गया था.