Polycystic Ovary Syndrome (PCOS) महिलाओं को होने वाली कॉमन बीमारी है. ये बीमारी हॉर्मोन्स का बैलेंस न होने से होती है. इससे महिलाओं में पीरियड्स और गर्भधारण से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. साथ ही त्वचा पर बाल आना, चेहरे पर बहुत अधिक बालों का आना, मुहांसे और गंजेपन जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं.
आइए जानते हैं, क्या है Polycystic Ovary Syndrome?
Polycystic Ovary Syndrome एक हॉर्मोनल डिसऑर्डर से पैदा होने वाली बीमारी है, जिसमें पुरुष हॉर्मोन का स्तर महिलाओं के हॉर्मोन की तुलना में बढ़ जाता है. ये बीमारी महिलाओं को आमतौर पर 15 से 44 साल की उम्र के बीच हो सकती है. इसके अलावा जब महिलाओं की ओवरी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोेस का उत्पादन बैलेंस में रहता है, तो ये हॉर्मोन महिलाओं में ओव्यूलेशन में मदद करते हैं, जिससे गर्भाधारण में परेशानी नहीं होती और साथ ही पीरियड्स भी नियमित रहते हैं.
लक्षण:
1. चेहरे पर मुहांसे होना
2. वज़न बढ़ना
3. चेहरे और शरीर पर बहुत ज़्यादा बाल आना
4. त्वचा पर आए बालों का बहुत काला और घना होना
5. बालों का कमज़ोर होना और झड़ना
6. पीरियड्स का रेगुलर न होना
7. गर्भधारण न कर पाना
8. डिप्रेशन
Polycystic Ovary Syndrome के कारण
1. अगर मां को ये बीमारी होती है, तो बच्चे की भी हो सकती है. महिलाओं में अक्सर ये देखा जाता है कि ये बीमारी मां के जीन्स से बच्चों में संचरित होती है.
इसकी जांच करें
महिलाओं में Polycystic Ovary Syndrome का पता लगाने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट के ज़रिए पता लगाते हैं कि पुरुष हॉर्मोन, महिला हॉर्मोन की तुलना में कितना अधिक है. इसके अलावा पेल्विक टेस्ट और अल्ट्रासांउड से भी पता लगाया जाता है.
Polycystic Ovary Syndrome का उपचार
रोज़ाना एक्सरसाइज़ करने, हेल्दी डाइट अपनाने, वज़न कम करने, धूम्रपान ना करने जैसी हेल्दी आदतों को अपनाकर PCOS के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है. इसके अलावा आप दवा भी ले सकती हैं.
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