घूमने-फ़िरने का शौक आखिर किसे नहीं होता? दौड़ती-भागती ज़िंदगी के बीच दुनिया की बेहतरीन जगहों को देखने की चाह लिए हर साल कितने ही लोग दिलचस्प पर्यटन स्थलों की ओर निकल पड़ते हैं. लेकिन क्या हो अगर अपने फ़ेवरेट टूरिस्ट स्पॉट पर पहुंच कर आपको पता चले कि आपका पसंदीदा पर्यटन स्थल तो खाक में मिल चुका है. ज़ाहिर है ऐसी परिस्थितियों में आपको शॉक ज़रुर लगेगा.

दुर्भाग्य से ग्लोबल वॉर्मिंग, बढ़ती आबादी और ऐसे ही कई कारणों से आज कई लोकप्रिय जगहें खत्म होती जा रही हैं. ये लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट लोगों के ज़हन में केवल याद बन कर रह गए हैं. तो अगर आप भी किसी जगह घूमने का मन बना रहे हों, तो नीचे दी हुई लिस्ट ज़रुर देख लीजिएगा. कहीं ऐसा न हो कि आपकी बनी बनाई ट्रिप का नुकसान हो जाए.

ट्री टनल, कैलिफ़ोर्निया

कैलिफ़ोर्निया की इस पेड़ सुरंग को 1880 के आसपास बनाया गया था. इस मानव निर्मित पेड़ सुरंग से कई कारें भी गुज़रा करती थीं, लेकिन पिछले कुछ समय से इसे बचाने को लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं. शायद यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में कार या किसी भी वाहन के यहां से गुज़रने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लेकिन जनवरी 2017 में आए एक ज़बरदस्त तूफ़ान ने इस टनल को पूरी तरह से खत्म कर दिया था.

लॉक ब्रिज, पेरिस

लॉक ब्रिज आने वाले टूरिस्ट अक्सर अपनी ख़्वाहिशों को तालों में बंद कर दिया करते थे. यहां आने वाले कपल अपने प्यार के इज़हार करने के लिए इन लव लॉक का इस्तेमाल किया करते थे. लेकिन तालों की बढ़ती संख्या ने फ्रेंच प्रशासन के माथे पर बल ला दिए. लाखों तालों की वजह से ये ब्रिज अस्थाई और भारी होने लगा था. ब्रिज की रेलिंग का एक हिस्सा भी तालों के भार की वजह से टूट चुका था. यही कारण था कि प्रशासन को न चाहते हुए भी इन तालों को हटाना पड़ा और यहां तालों के साथ ख़्वाहिश मांगने का कल्चर भी अब खत्म होता जा रहा है.

Guaria Falls

ब्राज़ील और पैराग्वे के बॉर्डर पर स्थित इन फॉल्स को दुनिया के सबसे बड़े फॉल्स में शुमार किया गया है. माना जाता है कि ये फॉल्स नियाग्रा फॉल्स से भी ज़्यादा खूबसूरत थे. स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच ये जगह खासी लोकप्रिय थी. 1973 में ब्राज़ील और पैराग्वे सरकार ने एक एग्रीमेंट के तहत यहां एक बांध बनाने का निर्णय लिया था. 1982 में जब ये बांध बन कर तैयार हुआ, उस समय ये दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट था. इस बांध के बनने के साथ ही ये फॉल्स अब सिर्फ़ लोगों की यादों में ज़िंदा है.

नेशनल म्यूज़ियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री, दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली में स्थित ये म्यूज़ियम कई ऐतिहासिक वस्तुओं और कलाकृतियों के लिए मशहूर माना जाता था. लेकिन 2016 में हुई आगजनी की एक घटना की वजह से यहां मौजूद बेशकीमती सामान जल कर खाक हो गया था.

वेडिंग केक रॉक, ऑस्ट्रेलिया

वेडिंग केक रॉक अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के चलते कई पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय था, लेकिन इस जगह पर बढ़ती पर्यटकों की आबादी प्रशासन के लिए चिंता का सबब बन गई. वैज्ञानिकों ने भी इस बात की पुष्टि की और इस जगह को बेहद अस्थाई बताया. 2014 में यहां मौजूद एक क्लिफ़ के गिरने की वजह से एक छात्र की मौत भी हो चुकी है. इस हादसे के बाद से ही इस खूबसूरत Natural rock Formation को पब्लिक के लिए बंद कर दिया गया.

Cave पेटिंग्स, Grotte De Lascaux

इन खूबूसरत पेटिंग्स को 1940 में खोजा गया था. शुरुआत में इस जगह पर पर्यटकों का तांता लगा रहता था. लेकिन कुछ सालों बाद इस जगह पर मानवों की मौजूदगी, यहां के तापमान और पर्यावरण में बदलाव की वजह बनने लगी. इन बदलावों की वजह से यहां की दीवारों पर बैक्टीरिया और Fungi पनपने लगे, जो इन दुर्लभ पेंटिग्स को भी नुकसान पहुंचा रहे थे. इन पेटिंग्स को बचाने की कवायद में दीवारों पर काई बनने का सिलसिला शुरु हो गया था

वेंबले स्टेडियम, इंग्लैंड

इंग्लैंड के प्राचीन वेंबले स्टेडियम से हज़ारों-लाखों दर्शकों की यादें जुड़ी हैं. लंदन में स्थित इस स्टेडियम में हज़ारों फ़ुटबॉल फैंस प्रीमियर लीग में अपनी पसंदीदा टीम की हौसलाअफ़जाई के लिए पहुंचते रहे हैं. लेकिन इस जगह को तोड़ कर अब मॉर्डन और आकर्षक स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है जिसे न्यू वेंबले स्टेडियम कहा जाएगा.