कॉर्न फ़्लेक्स ऐसा फ़ूड है जो अधिकतर घरों में नाश्ते के रूप में खाया जाता है. लेकिन क्या कभी पतले-पतले और कुरकुरे कॉर्न फ़्लेक्स को खाते हुए आपके द़िमाग में ये सवाल नहीं आया कि आख़िर इसकी खोज कैसे हुई और किसने इसे सबसे पहले लोगों के सामने पेश किया था?

चलिए आज कॉर्न फ़्लेक्स की खोज से जुड़ी दिलचस्प कहानी के बारे में भी जान लेते हैं. 

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बात 1894 की है, जब अमेरिका के डॉ. John Harvey Kellogg अपने मरीज़ों के आहार में सुधार लाकर उन्हें जल्दी ठीक करने का तरीका तलाश रहे थे. इसलिए उन्होंने मरीज़ों को शराब और मांसाहारी भोजन के बजाय गेहूं, जई, चावल, जौ, मक्का जैसे साबुत अनाज से बना शाकाहारी भोजन देने पर जोर दिया. 

ग़लती से हो गई थी इसकी खोज 

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इस काम में उनकी मदद उनके भाई William Kellogg करते थे. एक दिन वो मरीज़ों के लिए खाना बनाने के लिए गेहूं उबाल कर भूल गए. शाम को उन्होंने देखा कि ये गेहूं के दाने ठोस हो गए हैं, इन्हें William ने अगले दिन रोस्टर में सूखने के लिए डाल दिया, ये सोचकर कि इससे आटा बन जाएगा. लेकिन उससे आटा तो बना नहीं, छोटे-छोटे पतले रोस्टेड पापड़ बन गए. 

इसमें उन्होंने दूध मिलाकर मरीज़ों को खाने के लिए दिया, ये उन्हें बहुत पसंद आए. इसके बाद John Harvey Kellogg ने अपने भाई के साथ मिलकर इस खाने पर बहुत से एक्सपेरिमेंट किए. उन्होंने पाया कि मक्के से बने ये फ़्लेक्स मरीज़ों को सबसे अधिक पसंद आ रहे हैं. इस तरह उन्होंने कॉर्न फ़्लेक्स की खोज की.

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1895 में दोनों ने इसका पेटेंट करवाया और 1906 में केलॉग्स कंपनी बनाकर केलॉग्स कॉर्न फ़्लेक्स की मार्केटिंग करनी शुरू कर दी. ये इतना पॉपुलर हुआ की आज ये तकरीबन हर घर में नाश्ते के रूप में खाया जाता है. 

कॉर्न फ़्लेक्स से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा 

कॉर्न फ़्लेक्स से जुड़ा एक और किस्सा है, जिसके बारे में भी आपको पता होना चाहिए. दरअसल, डॉक्टर होने के साथ ही John Harvey Kellogg एक इसाई मिशनरी Seventh-Day Adventist के सदस्य भी थे. Kellogg लोगों में तेज़ी से मॉर्डन बनने की चाहत को रोकना चाहते थे. साथ ही वो मांसाहार और शराब के सेवन के ख़िलाफ़ थे. 1900 के शुरुआती दशक में अमेरिका के लोग इसके आदि बनते जा रहे थे. 

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इसके अलावा वो मानते थे कि Sex और Masturbation लोगों की सेहत के लिए सही नहीं. इससे लोगों को बचाने के लिए वो शाकाहारी खाना खाने की वकालत करते थे. इसलिए उन्होंने केलॉग्स को लोगों के सामने पेश किया था, जिसे चर्च ने भी बढ़ावा दिया.  

इस तरह कहा जाता है कि लोगों को Masturbation करने से रोकने के लिए इसका आविष्कार किया गया था. इसके लिए लोग John Harvey Kellogg द्वारा लिखी गई किताब Plain Facts for Old And Young: Embracing The Natural History And Hygiene Of Organic Life का भी हवाला देते हैं. 

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इसमें वो अपनी सोच के साथ खड़े रहने और लोगों की Sexual Impulses को दबाने के लिए कॉर्न फ़्लेक्स के आविष्कार की बात करते हैं. 

कॉर्न फ़्लेक्स के इतिहास से जुड़ा ये किस्सा जानते थे आप?

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