कोरोना महामारी के चलते साल 2020 का आधा वक़्त घर बैठे गुज़र चुका है. तमाम प्रतिबंधों के बीच अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर भी रोक है. हालांकि, अभी साल ख़त्म नहीं हुआ है और कुछ उम्मीद बाकी है. दुनिया के जिन हिस्सों में महामारी का प्रकोप कम हुआ है, वो अब विदेशी पर्यटकों के लिए अपने दरवाज़ें खोलने की तैयारी में हैं, लेकिन ज़िम्मेदार तरीक़े से एयर बबल के साथ.
महामारी के संदर्भ में एयर बबल का मतलब दो देशों के बीच ऐसे ट्रैवल ब्रिज से है, जिसमें देश आपसी विश्वास के तहत अपनी सीमाओं को खोलने पर सहमति देते हैं. भारत ने भी इसी के तहत वर्तमान में 13 देशों को वाणिज्यिक यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है.
ऐसे में आप इस वर्ष कब अपनी फ़ेवरेट लोकेशन पर घूमने जा सकते हैं, उसके बारे में आज हम यहां आपको बताएंगे. हालांकि, वीज़ा की आवश्यकताएं शॉर्ट नोटिस पर बदल सकती हैं, ऐसे में आपका टिकट बुक करने से पहले अपनी एंबेसी से चेक कर लेना ठीक रहेगा.
1.यूरोप
यूरोप का महज़ 17 फ़ीसदी हिस्सा ही सीमा पार पर्यटन के लिए ऑफ़-लिमिट हैं. भारतीय ट्रैवल बबल की व्यवस्था के अनुसार, वैध वीज़ा वाले भारतीय नागरिक फ्रांस, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम की यात्रा कर सकते हैं.
क्रोएशिया ने भी मई से पर्यटकों का स्वागत करना शुरू कर दिया है. गैर-यूरोपीय यात्रियों के पास विकल्प है कि वो या तो 48 घंटे के अंदर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट पेश करें या फिर 14 दिन क्वारंटीन में रहना मंज़ूर करें.
इसी तरह तुर्की ने जून के मध्य से यात्रा प्रतिबंध हटा दिए हैं और आगे होटल, भोजनालयों और संग्रहालयों को भी खोल दिया है. तुर्की आने वालों को क्वारंटीन में नहीं रहना होगा लेकिन उन्हें थर्मल स्क्रीनिंग से गुज़रना होगा.
2.उत्तरी अमेरिका
महामारी की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका ने चीन, यूरोप और ईरान के यात्रियों के लिए अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था. कई देशों के पर्यटक वीज़ा अभी भी निलंबित हैं, लेकिन भारतीय नागरिक ट्रैवल बबल की व्यवस्था के अनुसार यूएसए की यात्रा कर सकते हैं. कनाडा में सीमाएं अभी भी बंद हैं, लेकिन वैध वीज़ा रखने वाले भारतीय कमर्शियल फ़्लाइट से इस देश की यात्रा कर सकते हैं.
3.अफ़्रीका
धीरे-धीरे कर्फ़्यू हटाने के साथ कई अफ्रीकी देश अब पर्यटकों के लिए चरणबद्ध तरीक़े से योजना बना रहे हैं. किसी भी प्रकार के वैध नाइजीरियाई वीज़ा रखने वाले भारतीय नागरिक यात्रा करने की योजना बना सकते हैं. मॉरीशस ने 1 अक्टूबर से प्रतिबंधों को कम करने की योजना बनाई है और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवलर्स के लिए लंबे समय तक रहने की योजना है. सूडान, युगांडा और ज़िम्बाब्वे भी अक्टूबर के महीने में ही विदेशी पर्यटकों का स्वागत करने की तैयारी में हैं.
4.एशिया
भारत समेत कई दक्षिण एशियाई देशों में सबसे सख़्त लॉकडाउन लगाया गया. वहीं, 25 मई से देश में घरेलू उड़ानों से रोक हटा ली गई लेकिन अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें अभी भी सिर्फ़ एयर बबल देशों के साथ ही सीमित हैं. हालांकि, एशिया घूमने का मन रखने वालों लोगों के लिए और ऑप्शन भी हैं. मालदीव ने 15 जुलाई से विदेशी पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं खोल दी हैं. साथ ही यहां अनिवार्य क्वारंटीन की व्यवस्था भी नहीं है.
भारतीयों के लिए जापान के दरवाज़े भी खुले हैं. भारतीय वैध वीज़ा के साथ और यात्रा के समय सरकार द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के तहत देश का दौरा कर सकते हैं.
इंडोनेशिया का पर्यटन हॉटस्पॉट अभी तक अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवलर्स के लिए नहीं खुला है. लेकिन देश सात सप्ताह के ड्राई रन के साथ अपनी तैयारियों की जांच कर रहा है. 27 नवंबर तक स्वास्थ्य प्रोटोकॉल की प्रभावशीलता का परीक्षण करने के लिए बाली के निवासियों को मुफ़्त में ठहरने की पेशकश की गई है.