हमारे बीच ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें वाइल्डलाइफ़ और नेचर से बहुत प्यार होता है. वो सिर्फ़ ऐसी जगह ही जाना पसंद करते हैं, जहां उन्हें अपने इस प्यार को महसूस करने का मौका मिले. अगर आप भी इन्हीं लोगों में शामिल हैं, तो अपने इस नए साल को ख़ास बनाइए इन जगहों के साथ. यहां आप वाइल्डलाइफ़ और नेचर के साथ-साथ जंगल सफ़ारी का भी आनंद ले सकते हैं.
तो जान लीजिए कौन-कौन सी हैं वो जगहें?
1. सासन गिर नेशनल पार्क, गुजरात
अगर आप एशियाटिक शेर देखना चाहते हैं, तो गुजरात के गिर नेशनल पार्क ज़रूर जाएं. ये पार्क एशियाटिक शेरों का दुनिया में एकमात्र आशियाना है.
जाने का समय– यहां जाने का सही समय दिसंबर से अप्रैल है. मानसून में ये पार्क बंद रहता है.
2. कान्हा नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
बारहसिंहा के लिए प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में चीता, बाघ और पक्षियों की कई प्रजातियां भी हैं. अगर आप नेचर लवर हैं, तो एक बार यहां ज़रूर जाएं.
जाने का समय– अक्टूबर से जून तक यहां जाया जा सकता है.
3. रणथम्भोर नेशनल पार्क, राजस्थान
रणथम्भोर नेशनल पार्क, उत्तर भारत के सबसे बड़े जंगलों में से एक है. ये रॉयल बंगाल टाइगर के लिए लोकप्रिय है. जंगल के बीच में 10वीं सदी का एक क़िला भी है. इस वजह से ये जगह पर्यटकों को काफ़ी पसंद आती है.
जाने का समय– ये अक्टूबर से जून तक खुला होता है. जंगल विभाग लोगों के घूमने के लिए सफ़ारी देते हैं, जिसमें लगभग 20 लोग बैठ सकते हैं. मौसम के साथ सफ़ारी की टाइमिंग भी बदलती है.
4. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड
उत्तराखंड का जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत के सबसे पुराने नेशनल पार्कों में से एक है. यहां कई प्रकार के जंगली जानवरों के साथ-साथ आप पहाड़ों की ख़ूबसूरती का भी मज़ा ले सकते हैं.
जाने का समय– नवम्बर से जून तक जा सकते हैं. अगर टाइगर देखना चाहते हैं, तो मार्च से मई के बीच जाएं.
5. बान्धावगढ़ नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के उमरिया ज़िले में स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क को मेजेस्टिक रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए जाना जाता है. इसे 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया था. यहां पर सफ़ेद चीते की खोज हुई थी. इस राष्ट्रीय उद्यान में पशुओं की 22 और पक्षियों की 250 प्रजातियां हैं.
जाने का समय- यहां जाने का सही समय अक्टूनबर से जून और मार्च से मई के बीच है.
6. काज़ीरंगा नेशनल पार्क, असम
ये न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में एक सींग वाले गैंडे (राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस) के लिए प्रसिद्ध है. ये राष्ट्रीय उद्यान 430 वर्ग किलोमीटर में फ़ैला हुआ है. सर्दियों में साइबेरिया से कई मेहमान पक्षी भी आते हैं. काजीरंगा में विभिन्न प्रजातियों के बाज, विभिन्न प्रजातियों की चीलें और तोते आदि भी पाए जाते हैं. ये यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलों की लिस्ट में शामिल है.
जाने का समय- नवम्बर से अप्रैल के बीच यहां आया जा सकता है.
8. ताडोबा नेशनल पार्क, महाराष्ट्र
ये नेशनल पार्क महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर ज़िले में स्थित है. ये महाराष्ट्र का सबसे पुराना और बड़ा नेशनल पार्क है. भारत के टाइगर रिज़र्व में इसका स्थान 50 वां है. आदिवासी इलाका होने के कारण ही इस पार्क का नाम ताडोबा रखा गया है, जो भगवान तरू यानि पेड़ का नाम है.
जाने का समय- अक्टूबर से जून महीने के बीच यहां जाया जा सकता है.
9. पेरियार नेशनल पार्क, केरल
अगर शांति और सुकून चाहिए, तो केरल के पेरियार नेशनल पार्क जाइए. टाइगर और हाथी रिज़र्व के लिए मशहूर पेरियार बारिश के मौसम में हर वक़्त खुला रहता है. इस दौरान आप पक्षियों की कई प्रजातियों को देख सकते हैं.
जाने का समय- ये पार्क खुला तो पूरे साल रहता है, लेकिन यहां जाने का सही समय सितम्बर से दिसम्बर है.
10. हेमिस नेशनल पार्क, लद्दाख
लद्दाख ज़िले का हेमिस नेशनल पार्क ऊंची पहाड़ियों पर बसा है. ये अपने स्नो लेपर्ड्स के लिए काफ़ी प्रसिद्ध है. मानसून के दौरान आपको इस नैशनल पार्क का रिफ़्रेशिंग साइड दिखता है और आप जंगली जानवरों को भी आसानी से देख सकते हैं.
जाने का समय- यहां मई से सितम्बर के बीच जाना सही रहेगा.
11. सुंदरबन नेशनल पार्क, वेस्ट बंगाल
वेस्ट बंगाल का ये नेशनल पार्क रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है. इस राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या 103 है. यहां पक्षियों, सरीसृपों और रीढ़विहीन जीवों (इन्वर्टीब्रेट्स) की कई प्रजातियां भी पायी जाती हैं. इसके साथ ही यहां खारे पानी के मगरमच्छ भी मिलते हैं.
जाने का समय- यहां जाने का सही समय अक्टूबर से अप्रैल है.
12. पेंच नेशनल पार्क, मध्यप्रदेश
अगर आपको वाइल्डलाइफ़ का शौक़ है, तो एकबार पेंच नेशनल पार्क ज़रूर जाएं. यहां आप प्रकृति की सुंदरता और तरह-तरह के जानवरों को देखने का लुत्फ़ उठा सकते हैं.
जाने का समय- यहां जाने का सही समय अक्टूबर से जून है.
13. सतपुरा नेशनल पार्क, मध्यप्रदेश
मध्य प्रदेश का ये नेशनल पार्क जानवरों और प्रकृति की ख़ूबसूरती के लिए जाना जाता है. यहां पर काले हिरण, तेंदुआ, चिंकारा और भी कई जानवर देख सकते हैं.
जाने का समय- यहां जाने का सही समय अक्टूबर से अप्रैल है.
तो, इस नए साल इन जगहों पर जाकर प्रकृति की ख़ूबसूरती के साथ-साथ करिए कुछ तूफ़ानी.