जैसे ही आप बूढ़े होने लगते हैं, आपके शरीर में भी कई प्रकार के बदलाव होने लगते हैं. वृद्धावस्था में अक्सर नींद न आने या कम आने की शिकायत लोग करते हैं. लेकिन ऐसा क्यों होता है, ये बहुत कम लोग जानते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि आख़िर वो कौन से कारण है, जिनकी वजह से बुज़ुर्गों की नींद में खलल डाल रही हैं.
1. दवाइयां
इस अवस्था में लोगों को कई प्रकार की बीमारियां घेर लेती हैं. ऐसे में बुज़ुर्गों को कई प्रकार की दवाइंया खानी पड़ती हैं. इनके शरीर पर कुछ साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं, जिनमें नींद न आना भी एक है. इसलिए इस बारे में डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें.
2. अवसाद
वृद्ध लोगों की संज्ञानात्मक क्षमता कम हो जाती है. इसके चलते वो उनपर भावनात्मक दबाव बनने लगता है और वो अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं. अवसाद भी नींद न आने की एक वजह है.
3. खर्राटे लेना
ये समस्या वैसे तो किसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है, लेकिन बुज़ुर्गों में खर्राटे लेने की समस्या अधिक पाई जाती है. ऐसा गर्दन के आस-पास अधिक वसा जमा होने से होता है. इसे आप व्यायाम कर दूर कर सकते हैं.
4. सूर्य की रोशनी में कम रहना
बुज़ुर्ग लोग अक्सर घर से कम ही बाहर निकलते हैं. इस कारण वो सूर्य की रोशनी में कम रह पाते हैं. इसकी वजह से Circadian Rhythm पर रोक लगती है, जो रात की नींद उड़ा देता है.
5. Heartburn
सीने में जलन यानी एसिडिटी की समस्या के कारण भी बुज़ुर्गों को नींद कम आती है. इससे बचने के लिए आप शाम के 7 बजे के बाद खाना खाने से परहेज कर सकते हैं.
6. अनावश्यक शोर
अगर आप सोने जा रहे हैं और आपके आस-पास शोर मच रहा है, जैसे कुत्ते का भौंकना, कार का अलार्म आदि. इससे भी आपकी नींद टूट जाती है. इससे बचने के लिए आप Noise-Canceling Plugs का इस्तेमाल कर सकते हैं.
7. Menopause
Menopause के कारण महिलाओं में मूड स्विंग होने की समस्या बढ़ जाती है. ऐसे में उन्हें नींद नहीं आती. इसे आप डॉक्टर की सलाह लेकर दूर कर सकते हैं.
अगर आपके घर में कोई बुज़ुर्ग है, तो उन्हें इस बारे में ज़रूर बताएं.
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