बैंकिंग सिस्टम वक़्त के साथ काफी ज़्यादा एडवांस हो गया है और समय-समय पर नई-नई सेवाएं ग्राहकों के लिए शुरू करता रहता है. पहले व्यक्ति बैंक में जाकर ही पैसे निकाल सकता था, लेकिन आज इंटरनेट बैंकिंग व एटीएम के ज़रिए कहीं से भी पैसा निकाल सकता है और भेज सकता है. बैंक द्वारा दी जाने वाली एक और सेवा जो बहुत इस्तेमाल में ली जाती है वो है Credit Card.
सबसे पहले जानते हैं कि क्या है Credit Card और फिर जानेंगे इसके लिए अप्लाई करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें.
क्या है क्रेडिट कार्ड?

Credit Card बैंकों व फ़ाइनेंस कंपनी द्वारा दी जाने वाली एक क्रेडिट सेवा है. इसमें वित्तीय संस्थान ग्राहकों को एक एटीएम जैसा कार्ड देता है, जिसके ज़रिए ग्राहक एक निर्धारित राशी तक क्रेडिट पर चीज़ें ख़रीद सकते हैं. हालांकि, ग्राहकों की कुछ ख़ास चीज़ों को देखकर ही बैंक ये सेवा मुहैया कराती है. आइये, अब नीचे जानते हैं कि उन ख़ास बातों के बारे में जो आपको पहली क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने से पहले पता होनी चाहिए.
1. आपकी आय

क्रेडिट कार्ड इशू करने से पहले बैंक आपकी आय के बारे में जानकारी ज़रूर लेगी. इसके लिए पिछले कुछ महीनों की सैलरी स्लिप बैंक मांग सकता है. ये इसलिए, क्योंकि अगर आपकी आय बहुत कम है, तो बैंक इस स्थिति में आपको क्रेडिट कार्ड इशू नहीं करेगी.
2. क्रेडिट स्कोर

Credit Card इशू करने से पहले बैंक आपको क्रेडिट स्कोर भी चेक करती है. दरअसल, ये स्कोर ये बताता है कि लोन या बिल पे करने में आप कितने सही ग्राहक हैं. अगर आप सही समय पर लोन की किश्त भरते हैं, तो आपको क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा और आग जब आप किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करेंगे, तो इसमें आसानी होगी. वहीं, क्रेडिट स्कोर ख़राब होना मतलब सही समय पर लोन या बिल पे न करना. ऐसी स्थिति में अगर आप भविष्य में किसी वित्तीय संस्थान से क्रेडिट के लिए अप्लाई करते हैं, तो वो आपको आवेदन रद्द कर सकती है.
3. क्रेडिट कार्ड्स के टर्म्स एंड कंडीशन

Credit Card Apply करने से पहले उसके टर्म्स एंड कंडीशन को अच्छे से पढ़ व जान लें. इससे आपको बैंक की सारी शर्ते बता चल जाएंगी. इसमें कार्ड की APR range, शुल्क व रिवार्ड्स आदि शामिल होते हैं.
4. ब्याज़ से जुड़ी जानकारी

अगर आप सही समय पर अपने क्रेडिट कार्ड का बिल पूरा भरते हैं, तो आपसे Interest Charges से बच जाएंगे. लेकिन अगर आप निर्धारित समय पार कर जाते हैं, तो आपसे बैंक राशी के अनुसार ब्याज़ वसूलेगी.
5. Grace Period कैसे काम करता है

Grace Period वो समय होता है जब वित्तीय संस्थान आपकी ख़रीदारी पर कोई ब्याज़ नहीं लेता अगर आर ड्यू डेट से पहले पूरी राशी बैंक को चुका देते हैं. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि Grace Period क्रेडिट कार्ड के बिलिंग चक्र की समाप्ति और भुगतान की तिथि के बीच का अंतर है. वहीं, अगर आप बिना बिल पे किए बिना ही ग्रेस पीरियड पूरा कर जाते हैं, तो वित्तीय संस्थान आपसे इसका ब्याज़ वसूलेगी.
6. कार्ड से जुड़े चार्जेस

Credit card लेने से पहले ये ज़रूर जान लें कि आप जिस क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर रहे हैं, उससे जुड़े चार्जेस क्या-क्या हैं. इसमेंजॉइनिंग फीस, एनुअल फीस, फाइनेंस चार्जेज, ट्रांसफर फीस, कैश एडवांस चार्ज, फॉरेन फीस आदि शामिल हैं.
7. देर से भुगतान करने से जुड़ी जानकारी

आप ये भी ज़रूर जानें कि अगर आप क्रेडिल बिल का भुगतान देरी से करते हैं, तो बैंक आपसे कितनी पेनल्टी लेगी. इस बात का ज़रूर ध्यान रखें कि अगर आप देरी से अपने बिल का भुगतान करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर ख़राब होता जाएगा.
8. किस तरह क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर को ख़राब कर सकता है

इस विषय में भी ज़रूर जानकारी लें कि आपका क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर को किस तरह ख़राब कर सकता है. जैसे दी गई क्रेडिट लिमिट से ज्यादा ख़र्च करके अपने क्रेडिट कार्ड को ओवरचार्ज करना.
9. क्रेडिट कार्ड के प्रकार

आप इस विषय में भी ज़रूर जानकारी लें कि कितने प्रकार के क्रेडिट कार्ड होते हैं. अगर आप पहली बार क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं, तो Beginner Level Credit card से शुरुआत कर सकते हैं.
10. EMIs कैसे काम करता है

क्रेडिट कार्ड के बिल को आप EMI में भी कन्वर्ट करा सकते हैं. ये प्रोसेस कैसे काम करता है, इसकी भी जानकारी बैंक से ज़रूर लें.